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देशभर में भेजा जाएगा कोसी में तैयार मधु, जानिए... उद्यान विभाग की कार्य योजना

सहरसा जिले में अब मधुमक्‍खी पालन होगा। यह कार्य जीविका दीदियां करेंगी। उन्‍हें इसके लिए 75 फीसद अनुदान दिया जाएगा। तैयार मधु की पैकिंग कर देश भर में भेजा जाएगा। देश के कोने कोने के लोग इसका स्‍वाद ले पाएंगे।

By Amrendra kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 26 Feb 2021 11:33 AM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 11:33 AM (IST)
देशभर में भेजा जाएगा कोसी में तैयार मधु, जानिए... उद्यान विभाग की कार्य योजना
मधुमक्‍खी पालन से उत्‍पादन में वृद्वि होगी, इलाके के किसानों को भी फायदा होगा।

सहरसा [कुंदन कुमार] । कोसी में सरसों के फूल से बेहतर किस्म का मधु तैयार किया जाएगा। इसके लिए उद्यान विभाग ने ठोस रणनीति बनाया है। प्रथम चरण में चालू वित्तीय वर्ष में ढाई हजार बक्शा में मधु तैयार किया जाएगा। आनेवाले दिनों में बड़े पैमाने पर मधु का उत्पादन होगा और इस मधु को पैकिंग कर देश के विभिन्न भागों मे भेजा जाएगा। सहरसा के साथ सुपौल व मधेपुरा जिले में भी मधु उत्पादन प्रारंभ किया जा रहा है। इससे इलाके के लोगों को रोजगार मिलेगा और गरीबी दूर होगी।

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जीविका दीदियों का भी लिया जाएगा सहयोग

उद्यान विभाग ने जहां प्रशिक्षित किसानों के बीच मधु उत्पादन के लिए 17 सौ बक्शा देने की योजना बनाया है, वहीं प्रशिक्षित जीविका दीदियों के बीच भी आठ सौ बक्शा दिया जाएगा। जिन किसानों को मधु उत्पादन के संबंध में जानकारी नहीं है, उन्हें इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस मधु को जीविका की उत्पादकता समूह के माध्यम से विभिन्न शहरों में भेजा जाएगा।

मधु उत्पादन के लिए मिलेगा 75 फीसद अनुदान

मधु उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उद्यान विभाग ने उत्पादक को 75 फीसद अनुदान दिया जाएगा। विभाग ने एक बक्शा पर चार हजार लागत निर्धारित किया है। इस निर्धारित राशि का 25 फीसद राशि संबंधित प्रशिक्षित उत्पादक द्वारा लगाए जाने के बाद विभाग द्वारा मधु उत्पादन से संबंधित सभी सामग्री उपलब्ध कराएगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 25 सौ बक्शा में मधु उत्पादन के बाद अगले वित्तीय वर्ष से इसका विस्तार किया जाएगा। तैयार मधु की पैकिंग के बाद उसे दूसरे जगहों में भेजा जाएगा।

20 फीसद तक बढ़ेगा विभिन्‍न फसलों का उत्‍पादन

बीएयू सबौर के कृषि वैज्ञानिक डॉ शंभु प्रसाद ने कहा कि मधुमक्‍खी पालन को बढ़ावा देने से इलाके के किसानों को भी लाभ मिलेगा। मधुमक्खियों द्वारा परागन किए जाने से 20 फीसद तक उत्‍पादन में भी वृद्वि होगी। इससे किसानों के भी आर्थिक उन्‍नति का मार्ग प्रशस्‍त होगा।

क्‍या कहते है सहायक निदेशक

उद्यान विभाग के सहायक निदेशक राहुल रंजन ने कहा कि इस इलाके में बेहतर किस्म के मधु उत्पादन की काफी संभावना है। इसके लिए प्रथम चरण में सामान्य लोगों व जीविका समूह के माध्यम से 25 सौ बक्सा मधु उत्पादन हेतु लगाया जा रहा है। अगले वर्ष से इसमें और बढ़ोतरी होगी।


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