लोगों ने समझा प्रेमी-प्रेमिका का दर्द, कई युगलों को दिलाई समाजिक प्रतिष्ठा, करा दी शादी
कटिहार में कुछ लोगों ने प्रेमी प्रेमिका को सामाजिक प्रतिष्ठा दिलाई है। लगातार ऐसे लोगों को यहां शादी कराई जा रही है। इनमें अधिकांश शादियां अंतरजातीय थीं।
कटिहार [राजीव चौधरी]। यूं तो हर इलाके में प्रेमी युगलों को समाज के कारण काफी परेशानियां झेलनी होती है, लेकिन इन सबके बीच रोशनी की किरण भी जगी है। सीमांचल के कटिहार में अब समाज प्रेमी युगलों की पीड़ा समझ उन्हें मिलाने का काम भी कर रहा है। कई बार ऐसे मामलों में अभिभावकों को भी समाज के लोग समझाते हैं।
सरपंच में कराई शादी
एक पखवाड़ा पूर्व मनसाही मोहनपुर पंचायत के बड़ी मोहनपुर गांव में नेहा कुमारी और विजय कुमार मंडल सरपंच सवेरा कुमारी के पास गए। ये शादी करना चाहते थे, लेकिन इनके अभिभावक इसके लिए तैयार नहीं थे। इसके बाद सवेरा कुमारी व अन्य ग्रामीणों ने दोनों के अभिभावकों को समझाकर इनकी शादी करा दी। सवेरा कुमारी ने कहा कि अब समाज को प्रेमी युगलों को सहयोग करने की जरूरत है। बदलते समय के साथ सबको बदलना होगा। जिले में एक साल में समाज के लोगों ने सात प्रेमी युगलों को शादी के बंधन में बांधा है।
नाराज स्वजनों को भी मनाया
कई मामलों में नाराज वर व वधू पक्ष के लोगों को मिलवाया भी है। इसी तरह फलका के भी दो प्रेमी युगलों की शादी समाज की पहल पर हुई। इस शादी में पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित हुए। आजमनगर प्रखंड की महेशपुर पंचायत सरकार भवन में मुखिया नीलम सिंह की उपस्थिति में भी एक प्रेमी जोड़े की शादी कराई गई। ग्रामीणों के अनुरोध पर वर व वधू पक्ष के लोगों ने भी शादी में शिरकत की। कुर्सेला व बरारी में भी ऐसी कई शादियां हो चुकी हैं। इनमें अधिकांश शादियां अंतरजातीय थीं।
अब बदल चुका है रुख
समाजशास्त्री मनोज झा के अनुसार समाज का बदला रुख विकास का प्रतीक है। सामाजिक और शैक्षणिक विकास से बंदिशें टूट रही हैं। अंतरजातीय विवाह पर सरकार एक लाख रुपये भी देती है। सामाजिक सुरक्षा कोषांग के पदाधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि अंतरजातीय विवाह पर तत्काल यह राशि आवेदक के खाते में भेज दी जाती है।