गांधी मैदान की बदलेगी सूरत... मुख्यमंत्री खेल विकास योजना से 300 मीटर का बनेगा एथलेटिक ट्रैक
लखीसराय के गांधी मैदान का लूक जल्द बदला बदला नजर आएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री खेल विकास योजना के तहत यहां पर पहले चरण में तीन सौ मीटर लंबा एथलेटिक ट्रैक का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, लखीसराय। जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान की सूरत बदलने की कवायद शुरू की गई है। इसके लिए साढ़े आठ लाख का प्राक्कलन तैयार करके भवन प्रमंडल विभाग के अधीक्षण अभियंता को भेजा गया है। डीडीसी की पहल पर इस मैदान को लोगों की जरूरत के हिसाब से तैयार किया जाना है। खेल प्रेमियों के साथ ही सुबह-शाम टहलने वालों के लिए यह मैदान आरामदेह बन जाएगा। फिलहाल यह मैदान पूरी तरह उपेक्षित है।
स्टेडियम निर्माण की 2008 में मिली थी स्वीकृति
राज्य सरकार ने वर्ष 2008 में गांधी मैदान को स्टेडियम निर्माण की स्वीकृति दी थी। मुख्यमंत्री खेल विकास योजना के तहत 400 मीटर ट्रैक युक्त स्टेडियम का निर्माण 40 लाख की लागत से होना था। इसमें 200 मीटर लंबाई में गैलरी और पवेलियन का निर्माण होना था। काडा विभाग द्वारा निर्माण कार्य शुरू भी किया गया। कतिपय कारणों से 70 फीसद ही कार्य कार्य पूरा हो सका। इस दौरान आज भी मैदान के एक किनारे अद्र्धनिर्मित एवं जीर्ण-शीर्ण गैलरी भ्रष्टाचार का गवाह बना हुआ है।
डीडीसी ने शुरू की है पहल
वर्तमान डीडीसी आइएसएस अधिकारी अनिल कुमार ने विशेष रुचि लेकर इस मैदान का कायाकल्प करने की योजना बनाई है। गांधी मैदान में 300 मीटर ट्रैक निर्माण और मैदान का समतलीकरण कराने के लिए भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता से प्राक्कलन बनवाया गया है। इसके निर्माण में साढ़े आठ लाख रुपये खर्च होगा। इसकी प्रशासनिक स्वीकृति के लिए भवन प्रमंडल के अधीक्षण अभियंता, मुंगेर के पास प्रस्ताव भेजा गया है।
प्रधान सचिव ने वर्ष 2018 में किया था निरीक्षण
गांधी मैदान में पूर्व से स्वीकृत स्टेडियम की योजना का निरीक्षण करने कला संस्कृति एवं युवा विभाग के प्रधान सचिव रवि परमार 28 दिसंबर 2018 को लखीसराय पहुंचे थे। जांच में पाया कि वर्ष 2008 में लोउर किऊल परियोजना प्रमंडल लखीसराय (काडा) को स्टेडियम निर्माण के लिए एजेंसी तय की गई थी। एजेंसी ने स्टेडियम निर्माण के नाम पर भ्रष्टाचार किया। जो संरचना तैयार की गई उसकी गुणवत्ता में काफी कमी मिली। इसके बाद प्रधान सचिव ने उक्त योजना को बंद करते हुए उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा को हस्तांतरित करने का आदेश दिया था। साथ ही जिले के अधिकारियों को 300 मीटर का एथलेटिक ट्रैक एवं मैदान के समतलीकरण के लिए नया प्रस्ताव भेजने को कहा था।
गांधी मैदान का नए सिरे से सुंदरीकरण किया जाना है। समतलीकरण के साथ-साथ 300 मीटर का एथलेटिक ट्रैक का निर्माण होगा। भवन प्रमंडल विभाग के कार्यपालक अभियंता द्वारा 8 लाख 55 हजार का प्राक्कलन बनाया गया है। विभाग से प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। -परिमल, जिला खेल पदाधिकारी, लखीसराय