चिकित्सक की सलाह : प्रकृति के साथ रहें और एलर्जी से बचें... रहेंगे स्वस्थ
प्रकृति के साथ रहने वाले लोगों में प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होती है। वे कम बीमार पड़ते हैं। विटामीन सी की कमी से प्रतिरोधक क्षमता घटती है।
भागलपुर [जेएनएन]। मायागंज अस्पताल में ईएनटी विभाग में पदस्थापित नाक-कान-गला विशेषज्ञ डॉ. प्रखर उपाध्याय ने कहा कि एलर्जी धूप, धूल, धुंआ, बदलते मौसम के अलावा आइसक्रीम, केला, दही आदि खाने से होती है। अगर यह जानकारी मिल जाए कि एलर्जी होने का कारण क्या है और उससे बचेंगे तो बीमार नहीं होंगे। डॉ. उपाध्याय दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित प्रश्न पहर में फोन के माध्यम से पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। कुछ लोगों को धूप में रहने से चेहरे पर दाने निकले आते हैं। धूल और धुंआ से सर्दी और खांसी होती है। इससे बचने के लिए मास्क लगाना चाहिए। प्रकृति के साथ रहने वाले लोगों में प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होती है। वे कम बीमार पड़ते हैं। विटामीन सी की कमी से प्रतिरोधक क्षमता घटती है। अत: संतरा, सेब, आंवला, नींबू का सेवन करना चाहिए।
प्रश्न : एक माह से गले में जलन और भारीपन है। बुखार नहीं है।
राम विजय कुमार यादव, अकबरनगर
गैस्टिक की वजह से गला में जलन हो रही है। मिर्च-मसालायुक्त और तैलीय भोजन करने से परहेज करें। रात को हल्का और सुपाच्य भोजन करें। हल्का गर्म पानी में नमक डालकर गलाला करें।
प्रश्न : मुझे बराबर सर्दी रहती है। नाक बहता है और छींक भी होती है।
विकास साह, अलीगंज
एलर्जी की वजह से होता है। इसका स्थायी इलाज नहीं है। किस चीज से एलर्जी होती है इसकी जानकारी होने पर उससे परहेज करने से एलर्जी नहीं होगी। घर से बाहर निकलने पर मास्क लगा लें। हो सकता है धूल से आपको एलर्जी हो रही हो। घर की सफाई पर ध्यान रखें।
प्रश्न : कान में चोट लगी थी। कम सुनाई देता है।
शंभू वर्मा, सबौर
बिना चिकित्सक की सलाह पर कान में ड्राप नहीं डालें। इससे संक्रमण होने की संभावना रहती है। चोट लगने से कान का पर्दा फट सकता है अथवा से कान में जख्म हो सकता है। उसे छोड़ देने पर धीरे-धीरे जख्म सूख जाएगा। ड्राप डालने से संक्रमण होने की संभावना रहती है।
प्रश्न : नाक हमेशा जाम रहता है। ड्राप डालने के बाद थोड़ी राहत मिलती है।
आशा झा, मुंदीचक
नाक बंद होने के कई कारण हैं। इनमें नाक की हड्डी टेढ़ी होना, नाक के भीतर मांस बढऩा या एलजी से नाक बंद होता है। चिकित्सक की सलाह पर ड्राप डालें। ज्यादा दिनों तक ड्राप डालने से नाक से खून भी बह सकता है।