LIC और बैंक प्रबंधक आमने-सामने, जानिए... किसने किसपर दर्ज कराई प्राथमिकी Jamui News
LIC और यूनियन बैंक के प्रबंधक चेक निर्गत को लेकर हुए विवाद में आमने-सामने हो गए हैं। इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराने की नौबत तक आ गई।
जमुई [जेएनएन]। भारतीय जीवन बीमा निगम के जमुई शाखा प्रबंधक ने यूनियन बैंक के शाखा प्रबंधक निशांत कुमार, असिस्टेंट जनरल मैनेजर तथा अन्य एक वरीय पदाधिकारी के खिलाफ नगर थाने में आवेदन देकर मुकदमा दर्ज कराया है।
आवेदन में भारतीय जीवन बीमा निगम के शाखा प्रबंधक उमाकांत उदागता ने बताया कि वर्ष 2012 में भारतीय जीवन बीमा निगम की तरफ से पांच लाभुकों को चेक के माध्यम से राशि का भुगतान करना निर्धारित किया गया था। इसे लेकर 20 फरवरी 2012 को गजेंद्र शर्मा नामक लाभुक को 41820 रूपया, 18 फरवरी 2012 को मीरा कुमारी को 6000 रूपया, 28 मार्च 2012 को अजीत कुमार को 11000 रूपया तथा उसी तिथि को मो. मजीद को 15000 रुपये, 28 जून 2012 को कुलदीप यादव को 10000 रुपये तथा 16 जनवरी 2014 को पीकेजीबी मांगोबंदर के लोन अकाउंट में 20000 रुपये ट्रांसफर करने को लेकर चेक निर्गत किया गया।
सभी चेक स्पीड पोस्ट के माध्यम से यूनियन बैंक की जमुई शाखा को भेजा गया। बाद में जब हम अपने भारतीय जीवन बीमा निगम के खाते का बैंक स्टेटमेंट निकलवाया तब हमें पता चला कि उक्त सभी चेक से राशि का भुगतान नहीं कर यूनियन बैंक के कर्मचारियों ने गलत तरीके से 22 लाख रुपये का भुगतान उन खातों में कर दिया है। साथ ही यूनियन बैंक द्वारा बृजेंद्र शर्मा के खाते में 391382 रुपये, मीरा कुमारी के खाते में 496771 रुपये, अजीत कुमार के खाते में 396774 रुपये, मोहम्मद मुजीब के खाते में 386771 रुपये, कुलदीप यादव के खाते में 266832 रुपये तथा पीकेजीबी मांगोबंदर के खाते में 268591 रुपये सहित कुल 22 लाख 7 हजार 121 रुपये की राशि ट्रांसफर की गई।
यूनियन बैंक के शाखा प्रबंधक, वरीय शाखा प्रबंधक तथा असिस्टेंट जनरल मैनेजर सहित कई वरीय पदाधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से कई मर्तबा इस गलती को सुधारने तथा इसकी जांच करने को लेकर जानकारी दी लेकिन उनकी तरफ से कभी भी किसी भी पत्र का जवाब तक नहीं आया और न ही उन्होंने कोई कार्रवाई की। थानाध्यक्ष राजेश शरण ने बताया कि मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है।
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