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इंसास के पांच हजार कारतूस खरीदने वाला मुखिया कुंदन मंडल असरगंज से गिरफ्तार

पहले चर्चा हुई थी कि मुखिया कुंदन मंडल की गिरफ्तारी भागलपुर के नाथनगर में हुई है। लेकिन मुंगेर एसपी ने कहा कि गिरफ्तारी मंगेर के असरगंज से हुई है। जानें क्या है पूरा मामला

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 26 Oct 2018 10:33 PM (IST)Updated: Fri, 26 Oct 2018 10:53 PM (IST)
इंसास के पांच हजार कारतूस खरीदने वाला मुखिया कुंदन मंडल असरगंज से गिरफ्तार
इंसास के पांच हजार कारतूस खरीदने वाला मुखिया कुंदन मंडल असरगंज से गिरफ्तार

भागलपुर (जेएनएन)। एके-47 राइफल की तस्करी की जांच में जुटी मुंगेर पुलिस ने हवेली खडग़पुर प्रखंड के मुढ़ेरी पंचायत के मुखिया कुंदन मंडल को एक सहयोगी दीपक उर्फ दीपू साह के साथ असरगंज थाना क्षेत्र से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी बाबू राम ने बताया कि एके-47 के तस्कर मंजर से पूछताछ के क्रम में उसके द्वारा कुंदन मंडल को इंसास राइफल के पांच हजार राउंड कारतूस बेचने का पता चला था। उसी सिलसिले में उसकी गिरफ्तारी की गई है। हथियारों की तस्करी को लेकर वह पहले भी कई बार जेल जा चुका है।

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इससे पूर्व 16 मई 2016 को किशनगंज जिले की पुलिस ने गया जिले के बेलागंज थाना क्षेत्र के वंशी विगहा के दीपक साह एवं मुंगेर के मकसुसपुर के क्रांति साह को चेक गणराज्य निर्मित ब्रेटा पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था। उस मामले में कुंदन मंडल की भी गिरफ्तारी हुई थी। मुंगेर में भी आस्ट्रिया निर्मित ग्लॉक पिस्टल के साथ उसे पकड़ा जा चुका है। एसपी ने कहा कि पूछताछ के दौरान कुंदन मंडल व दीपक साह ने पुलिस को बताया है कि वे लोग नागालैंड से अब तक 01 एके-56, 06 ब्रेटा पिस्टल, 04 ग्लाक पिस्टल, 05 एके-47 राइफल, 03 कार्बाइन आदि मुंगेर ला चुके हैं।

एसपी ने कहा कि कुंदन मंडल व उसके सहयोगी मुंगेर से मुंगेर निर्मित पिस्टल लेकर नागालैंड जाते थे। वहां उन हथियारों को बेच कर वे अत्याधुनिक हथियार व कारतूस लेकर लौटते थे। इस क्रम में वर्ष 2012 में दीपू साह नामक हथियार तस्कर असम में 800 राउंड कारतूस के साथ गिरफ्तार हुआ था। हथियार तस्करी के इस धंधे में कुंदन को लखीसराय जिले के पीरी बाजार थाना क्षेत्र के बबुआ बाजार के मूल निवासी पंचम शर्मा का सहयोग मिलता था। वह नागालैंड में ही बस गया है और वहां वह आम्र्स की दुकान चलाता है। नागालैंड में म्यांमार के तांबों शहर से अत्याधुनिक हथियारों की खेपें पहुंचती हैं।

एसपी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपितों ने बताया कि उन्होंने अधिकांश हथियारों की आपूर्ति झारखंड के देवघर जिले के देवीपुर प्रखंड स्थित एक नेता को की थी। वह नेता खुद को टीपीसी ग्रुप के साथ अपनी निकटता बताता था और अधिक से अधिक हथियार खरीदने के लिए तत्पर रहता था।


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