KK Pathak : स्कूलों में इस बात की जांच के लिए बनाई गई थी टीम, आज तक नहीं मिली रिपोर्ट तो बौखलाया विभाग; अब कटेगा वेतन
Bihar Education News स्कूलों में एक खास बात की जांच के लिए टीम बनाई गई थी लेकिन अब तक रिपोर्ट सामने नहीं आई है। अब जांच रिपोर्ट नहीं भेजने को लेकर अधिकारियों का वेतन काटने की बात सामने आ रही है। इस कार्रवाई से पूरे विभाग में हलचल मच गई है। हालांकि विभाग ने इस कार्रवाई से बचने के लिए एक और मौका दिया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। KK Pathak बेंच-डेस्क की गुणवत्ता की जांच को लेकर जिला शिक्षा विभाग द्वारा कमिटी का गठन किया गया है। लेकिन कमिटी के द्वारा अबतक विभाग को कोई रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है। जिससे जिला शिक्षा पदाधिकारी नाराज दिख रहे हैं।
इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और संबंधित जूनियर इंजीनियर को निर्देश दिया जाता है कि जल्द से जल्द बेंच डेस्क के गुणवत्ता की जांच रिपोर्ट विभाग को सौंपे। नहीं तो उनकी वेतन कटौती शुरू हो जाएगी।
रिपोर्ट नहीं आने के कारण एजेंसी पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही
Bihar Education News उन्होंने बताया कि रिपोर्ट नहीं आने के कारण एजेंसी पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। रिपोर्ट आने पर यह पता चला कि किस स्कूल में किस तरह का मामला सामने आया है। अगर बेंच-डेस्क की आपूर्ति में किसी तरह की कोई कमी आई है तो एजेंसी उस मानक को पूरा करेगा। इसके लिए रिपोर्ट होना जरूरी है।
उन्होंने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और संबंधित जूनियर इंजीनियर को यह निर्देश दिया है कि अब तक जितनी जांच हुई है, उनकी रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध करा दें। आगे आपूर्ति होती रहेगी और जांच चलता रहेगा। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद सबसे पहले जहां पर बेंच डेस्क आपूर्ति के गुणवत्ता की खराबी पाई जाएगी।
रिपोर्ट आने के बाद एजेंसी पर होगी कार्रवाई
उसका निरीक्षण भी होगा। गुणवत्ता में क्या चीज की खराबी है। जैसे एमडीएफ की गुणवत्ता कैसी है, उसके लोहे की क्वालिटी खराब तो नहीं है, कहीं से टूटी तो नहीं है। उसका कोई पेंच तो ढीला नहीं है चाहे जो चीज खराब होगा उन सब को ठीक करने की जिम्मेदारी एजेंसी की होगी।
Bihar News अगर एजेंसी इसे ठीक करने में कोताही बरतेगा तो एजेंसी की भुगतान राशि रोक दी जाएगी। उसे ब्लैकलिस्टेड करने का काम किया जाएगा। साथ ही बताया कि पहले फेज में 48000 जोड़े बेंच डेस्क थे। जिसका 70 प्रतिशत से अधिक आवंटन किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि अभी और नामांकन होंगे इसलिए सभी प्रधानाध्यापकों को नामांकन के आधार पर विद्यार्थी की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है ताकि अगर उनके यहां बेंच डेस्क की कमी होगी तो आपूर्ति कराई जा सके।
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