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Bihar Crime: दिवंगत इंस्‍पेक्‍टर की बेटी ने सिस्‍टम पर उठाए कई सवाल, बोलीं-साथियों ने दिया धोखा

बिहार के किशनगंज के शहीद इंस्‍पेक्‍टर की बेटी नैन्‍सी ने पुलिस सिस्‍टम पर कई सवाल उठाए हैं। नैन्‍सी ने पिता की हत्‍या की सीबीआइ जांच की मांग की। उसे स्‍थानीय पुलिस पर कतई भरोसा नहीं है। कहा- पापा को इंसाफ मिलना चाहिए।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 07:19 PM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 09:36 AM (IST)
Bihar Crime: दिवंगत इंस्‍पेक्‍टर की बेटी ने सिस्‍टम पर उठाए कई सवाल, बोलीं-साथियों ने दिया धोखा
पिता के शव के पास शोक में डूबी उसकी पुत्री नैन्‍सी।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। सिस्टम को ठीक करिए ताकि मेरी जैसी कोई और बेटी की किस्मत ना फूटे...। यह कथन है एक बेटी की जिसके पापा की छापेमारी के दौरान अपराधियों ने हत्या कर दी जबकि उनके साथ गये पुलिस कर्मी भाग खड़े हुए। किशनगंज थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की 15 वर्षीय बेटी नैन्सी रोते हुए भावुक होकर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहीं थीं। अश्विनी 10 अप्रैल की अल सुबह पश्चिम बंगाल के पांजीपाड़ा थाना क्षेत्र में छापेमारी के लिए गए थे जहां अपराधियों ने उन्हें घेर लिया तब उनके साथ गए पुलिस कर्मी भाग खड़े हुए लेकिन वे डटे रहे तथा अपराधियों के शिकार हो गए। उनकी मौत का सदमा उनकी मां भी बर्दाश्त नहीं कर पाई तथा उसने भी दम तोड़ दिया।

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इस दोहरी त्रासदी के बीच भी जब पत्रकारों ने बेटी नैंन्सी को कुरेदा तो उनका जख्म शब्दों के जरिए बाहर निकल आया। उन्होंने सिस्टम पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह क्या पुलिस कर्मी समाज का हिस्सा नहीं होता। फिर उन्हें अवकाश क्यों नहीं दिया जाता। एक पुलिस कर्मी को पर्व त्योहार पर भी अवकाश क्यों नहीं मिलता है। उनके पापा हर बार कोई बहाना कर कहते अगली बार आएंगे और अब तो वे इतनी दूर चले गए कि जहां से कभी नहीं लौटेंगे। कहा कि जब उनके पिता छापेमारी के लिए बंगाल गए तो उन्हें वहां के पुलिस ने सपोर्ट क्यों नहीं किया। साथ गए पुलिस कर्मी क्यों उन्हें अकेला छोड़कर भाग गए, उन्होंने फायरिंग क्यों नहीं की।

उन्होंने कहा कि उनके पापा की मौत की सीबीआई जांच हो तथा उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए। उन्हें मारने वालों को तो सजा मिलनी ही चाहिए साथ ही भगोड़े पुलिस कर्मी को भी उतनी ही दोषी मानकर कार्रवाई होनी चाहिए। कहा कि उनके पिता उन्हें डॉक्टर बनान चाहते थे, घर की मरम्मत कराना चाहते थे, अपनी मां और मेरी दादी का इलाज कराना चाहते थे लेकिन अब कौन उनका सपना पूरा करेगा।


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