India Nepal Tension: बिहार-नेपाल सीमा पर नेपाल आर्म्ड फोर्स की गोलीबारी, किसान घायल, बढ़ रहा तनाव
India Nepal Tension बिहार के किशनगंज में भारत-नेपाल सीमा पर एक भारतीय किसान नेपाल पुलिस की गोलीबारी में घायल हो गया। घटना से इलाके में तनाव है।
किशनगंज, जेएएनएन। बिहार के किशनगंड में भारत-नेपाल बॉर्डर के पास नेपाल आर्म्ड फोर्स की फायरिंग में शनिवार देर शाम एक किसान जख्मी हो गया। घायल किसान की गंभीर स्थिति को देखते हुए इलाज के लिए पूर्णिया ले जाया गया है। ग्रामीणों के साथ झड़प के दौरान नेपाल आर्म्ड फोर्स के द्वारा तीन राउंड फायरिंग किए जाने की बात कही जा रही है। सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। विदित हो कि इसके पहले भी बिहार-नेपाल सीमा पर ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।
घटना-स्थल पर माहौल शांत, एसएसबी अलर्ट
किशनगंज से सटे नेपाल बॉर्डर पिलर संख्या 152/151 के मध्य नो मेंस लैंड से सटे नेपाल सीमा क्षेत्र के नावा टोली गांव के समीप हुई इस घटना को लेकर रविवार दोपहर एसएसबी कमांडेंट ललित कुमार सहित अन्य पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। कमांडेंट ने बताया कि फिलहाल माहौल शांतिपूर्ण है। इस मामले को लेकर ग्रामीणों व नेपाल आर्म्ड फोर्स के साथ बैठक की जाएगी। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 12वीं बटालियन के कमांडेंट ललित कुमार समेत तमाम पदाधिकारी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं। किशनगंज के एसपी कुमार आशीष ने कहा कि स्थानीय पुलिस व एसएसबी अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं। नो मेंस लैंड इलाके में हुई इस घटना को लेकर पुलिस की नजर बनी हुई है।
मवेशी तस्कर समझ नेपाल पुलिस ने पकड़ा
मिली जानकारी के अनुसार खनियाबाद पंचायत के माफी टोला निवासी जितेंद्र कुमार सिंह (31) बॉर्डर के समीप अपने खेत में काम कर रहे थे। धानरोपणी के बाद शाम को जब वे हल-बैल लेकर घर लौटने लगे तो रास्ते से एक बैल वापस खेत की ओर भाग गया। उसे पकड़ने के दौरान वे नेपाल की सीमा में प्रवेश कर गए। नो मैंस लैंड के उस पार तैनात नेपाल आर्म्ड फोर्स के जवानों ने मवेशी तस्कर समझकर उन्हें दबोच लिया। इसके बाद जितेंद्र ने शोर मचाया। इस बीच वे मवेशी को छोड़कर किसी तरह वापस भाग निकले।
घायल का पूर्णिया में चल रहा इलाज
मौके पर जुटे ग्रामीणों ने नेपाल आर्म्ड फोर्स को किसान होने की बात कह समझाने की कोशिश की, लेकिन विवाद बढ़ता चला गया और फिर झड़प के दौरान गोलीबारी की घटना में जितेंद्र को बाएं कंधे में गोली लग गई। उन्हें इलाज के लिए टेढ़ागाछा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्रारंभिक उपचार के बाद पूर्णिया रेफर कर दिया गया।