पीएम से बात कर मिली हौसले को उड़ान, आप भी जानिए... इस दिव्यांग महिला को
खगडि़या की दिव्यांग महिला सुनीला एक समय खाने के लिए तरसती थी। अब वह साल में तीन से पांच लाख रुपये तक कमातीं हैं। पीएम नरेंद्र मोदी से बात करने के बाद उनमें प्रेरणा जगी।
खगडिय़ा [भवेश]। कोसी के किनारे बसे तेलीहार गांव की सुनीला की उम्र 45 वर्ष है। दिव्यांग हैं, लेकिन हौसले के पंखों पर सवार होकर उन्होंने समृद्धि की नई कहानी लिखी है। आठ वर्ष पहले उनका गुजर-बसर भी मुश्किल से होता था, लेकिन अब वे सालाना तीन से पांच लाख रुपये कमा रही हैं। 20 जून को गरीब कल्याण रोजगार अभियान के शुभारंभ के अवसर पर प्रधानमंत्री ने उनसे बात की। इससे उत्साहित सुनीला अन्य महिलाओं को भी स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रही हैं।
सुनीला ने 2014 में जीविका से जुड़कर ऋण लिया और सब्जियों की खेती शुरू की। साथ ही वह गाय और बकरियां भी पाल रही हैं। आमदनी बढऩे पर उन्होंने अपने एक बेटे विकास को इंजीनियर बनाया। विकास शंघाई में काम करते थे। अभी वह दिल्ली में जॉब कर रहे हैं। उनके दो अन्य बेटे सावंत कुमार और आशिक राज पटना में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। सुनीला बताती हैं कि 20 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। वह दिन उनके लिए अविस्मरणीय है। प्रधानमंत्री से बात करने के बाद उनका आत्मबल बढ़ा है। कहती हैं-जब खेती में हाथ आजमाने घर से निकली थीं, तो लोग उपहास उड़ाते थे। पीएम से बात करने के बाद समाज में उनका मान-सम्मान बढ़ा है। अब वह मछली पालन के लिए तालाब खुदवा रही हैं। जीविका की कम्युनिटी मोबिलाइजर होने के कारण वह अन्य महिलाओं को भी टिप्स दे रही हैं। डीएम व कई अन्य पदाधिकारियों से भेंटकर उन्होंने कइयों की शिकायतों को दूर किया है। सुनीला कहती हैं कि शुरू में जीवन पहाड़ जैसा लग रहा था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
सुनीला महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। पीएम से संवाद के बाद उनका आत्मबल काफी बढ़ा है। उन्होंने शुरुआती दौर में लोगों की परवाह किए बगैर सब्जी की खेती और पशुपालन किया। आज वह सालाना तीन से पांच लाख रुपये कमा रही हैं। - संतोष कुमार राय, बीपीएम, जीविका