सूर साधना की धुन से चमकी कटिहार की सितारा फरवीन, बनी शहर की नाज
कटिहार के दुर्गापुर निवासी एक मछली व्यवसायी की बेटी का एक टीवी के नेशनल शो के लिए चयन हुआ है। जिस पर कटिहार जिले के लोगों को नाज है। कटिहार की इस बेटी को बचपन से ही सुर साधना की धुन से पक्का लगाव रहा है।
कटिहार [रमण कुमार झा]। बचपन से ही सुर साधना की धुन ने आखिरकार सितारा परवीन एक ऐसे मंच पर दस्तक देने में सफल रही, जिसकी उम्मीद उनके घर वालों को भी नहीं थी। रियल्टी टीवी शो इंडियन आइडल के लिए सितारा परवीन का चयन हो चुका है। तीस वर्षीय सितारा इस शहर की नाज बन चुकी है। शहर के दुर्गापुर निवासी सह मछली व्यवसायी मु. सलाउद्दीन की पुत्री सितारा संगीत के सहारे ही इच्छित मुकाम पाने को कृत संकल्पित है।
सात भाईयों में अकेली बहन है सितारा
सात भाईयों में एक बहन सितारा घर में बचपन से ही सबकी दुलारी रही है। सितारा के सभी भाई भी शिक्षित हैं और अलग-अलग सेवा से जुड़े हुए हैं। सितारा को बचपन से ही संगीत से प्रेम था और परिवार के लोगों ने उनके इस प्रेम को कभी टूटने नहीं दिया। सितारा की शिक्षा दीक्षा भी कटिहार में ही हुई है। स्नातक की डिग्री वे महिला कॉलेज से प्राप्त की है।
कई शिक्षकों से प्राप्त की संगीत का ज्ञान
बचपन से सितारा के संगीत प्रेम को देखते हुए उनके पिता ने इसमें भरपूर सहयोग किया। आर्थिक स्थिति कमजोर रहने के कारण पुत्रों की शिक्षा के साथ सितारा को संगीत की शिक्षा दिलाना काफी मुश्किल हो रहा था, लेकिन उन्होंने सितारा के सपने को टूटने नहीं दिया। आवश्यकता अनुसार बिहार, पश्चिम बंगाल के साथ-साथ उत्तप्रदेश के ख्याति प्राप्त शिक्षक से उन्होंने शिक्षा प्राप्त की। सितारा ने बताया कि उन्होंने प्रारंभिक संगीत की शिक्षा कटिहार के भारती रानी, अनुराधा जयसवाल, कृष्ण कौशिक, राजकुमार दास, संतोष ङ्क्षसह वेदी, अंतरा चक्रवर्ती व सदानंद सर से प्राप्त की। बड़े मंच तक पहुंचने की तमन्ना के कारण उन्होंने उस्ताद रशीद खान, पंडित उज्जवल दत्ता, विप्लव मुखर्जी जैसे ख्याति प्राप्त जैसे ख्याति प्राप्त संगीत शिक्षक से शिक्षा प्राप्त की।
घर में अभ्यास कर बनाया वीडियो
लॉकडाउन के दौरान घर में रहने के कारण उन्होंने रियाज की अवधि बढ़ा दी। इस दौरान ही सितारा को किसी माध्यम से इंडियन आइडल के ऑडिसन की जानकारी मिली। सितारा ने घर में ही वीडियो बनाकर भेजा और उनका सलेक्शन हो गया। बाद में आन लाइन आडिशन लिया गया।
गरीबी रही बड़ी बाधा लेकिन नहीं हारी हिम्मत
मुस्लिम परिवार में जन्मी सितारा को इस मंच तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। एक ओर जहां गरीबी इस राह में बड़ी बाधा थी वहीं आस पास में भी उनके इस संघर्ष का विरोध हो रहा था। सितारा बताती है कि वे जिस समाज से आती है वहां से एक लड़की का यहां तक पहुंचना बेशक कठिन होता है। उनके पिता को भी इस चलते काफी दबाब झेलना पड़ा।