JLNMCH : अब नए सत्र से नौ सीटों पर होगी एमएस की पढ़ाई
एमएस और पीजी की मान्यता के लिए पिछले करीब दो वर्ष में एमसीआइ ने कई बार कॉलेज और अस्पताल का निरीक्षण किया। यहां के संसाधनों से रूबरू हुई।
भागलपुर [जेएनएन]। जेलएनएसीएच में सर्जरी से एमएस करने वाले मेडिकल छात्र-छात्रओं के लिए अच्छी खबर। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने एमएस (सर्जरी) की छह सीटों पर पीजी का मान्यता बहाल करने की स्वीकृति सोमवार को दे दी है। अब कुल मिलाकर यहां एमएस सर्जरी की नौ सीटें हो गई। इससे यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्रओं को काफी राहत मिलेगी। सीट कम होने के कारण हर साल छात्र दूसरे मेडिकल कॉलेज की रुख तैयार करते थे। पर, अब ऐसा नहीं होगा।
दरअसल, अभी सर्जरी से एमएस करने वाले छात्रों को अस्थायी मान्यता के तौर पर डिग्री मिलती थी। मान्यता के लिए पिछले करीब दो वर्ष में एमसीआइ ने कई बार कॉलेज और अस्पताल का निरीक्षण किया। यहां के संसाधनों से रूबरू हुई। इसके बाद कमियों को दूर करने का निर्देश दिया। सभी कमियों को दूर करने के बाद एमसीआइ को इसकी रिपोर्ट अस्पताल की ओर से भेजी गई। इसके बाद जनवरी में एमसीआइ फिर निरीक्षण करने आई थी।
अस्पताल में सभी कमियों को दूर होने के बाद एमसीआइ ने छह सीट पर मान्यता बहाल करने की स्वीकृति सोमवार को दी। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने बताया कि अगले वर्ष नौ सीटों नामांकन शुरू होगा। इसके लिए दो सालों से अस्पताल प्रशासन लगा हुआ था।
14 विभागों में पीजी की शुरू होगी कक्षाएं
मेडिकल कॉलेज और जेएलएनएमसीएच मे 14 अन्य विभागों में पीजी की पढ़ाई इस वर्ष प्रारंभ होने की उम्मीद है। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य द्वारा पीजी की पढ़ाई के लिए विभागों की सूची मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) को भेजी गई है। साथ ही निरीक्षण के लिए 33 लाख की राशि भी एमसीआई को जमा करवा दी गई है।
इन विभागों में होगी पीजी की पढ़ाई : प्राचार्य डॉ. हेमंत कुमार सिन्हा के मुताबिक ईएनटी, मानसिक, हड्डी, चर्म, प्रसूति व स्त्री रोग विभाग, पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी, रेसिपिटरी मेडिसीन सहित अन्य विभाग में पीजी की पढ़ाई प्रारंभ की जाएगी। दो-तीन दिनों में डॉ. नारायण सिन्हा एमसीआई को निरीक्षण करने के लिए आवेदन देने जाएंगे।
इन विभागों को मिली मान्यता : पीजी की पढ़ाई के लिए एमसीआई ने कई विभागों को मान्यता दी है। इनमें एफएमटी, सर्जरी, शिशु, माइक्रोबायलॉजी, फिजीयोलॉजी आदि विभाग शामिल हैं।
कई विभागों में 14 फीसद चिकित्सकों की है कमी
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 14 फीसद चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। जब भी राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एमसीआई का निरीक्षण की सूचना सरकार को मिलती है। सरकार अन्य मेडिकल कॉलेजों से शिक्षकों को स्थानांतरित कर देती है। इसी का खामियाजा जेएलएनएमसीएच के मेडिसीन विभाग को भुगतना पड़ा। उक्त विभाग से तीन चिकित्सकों को स्थानांतरित कर दिया गया।
मेडिसीन विभाग में एमसीआई ने नामांकन पर लगाई थी रोक
मेडिसीन विभाग में तीन सीटों पर छात्रों का नामांकन किया जाता था। नौ सीटों की मांग की गई। लेकिन शिक्षकों की कमी को देखते हुए एमसीआई ने तीन सीटों पर नामांकन पर रोक लगा दी। हालांकि फिर से नामांकन होने लगा।