जमात-उल-मुजाहिदीन का तीन राज्यों में सक्रिय है जेहाद सर्किल Bhagalpur News
खुफिया सूत्रों की माने तो तीनों राज्यों के चुनिंदा जिलों में जेहाद सर्किल की ओर से धार्मिक भावना भड़काने वाली खास पुस्तकें बांटी गई है।
भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। जमात-उल-मुजाहिदीन का पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में जेहाद सर्किल के सक्रिय होने की भनक तकनीकी निगरानी में खुफिया महकमे को लगी है। प्रतिबंधित बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन की आड़ में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआई ने इन तीन राज्यों में धार्मिक उन्माद फैलाने की काली योजना पर काम कर रही है।
इसके लिए आइएसआई ने मिर्जा बेग उर्फ मूसा पख्तूनी को खासतौर पर लगा रखा है। बांग्लादेश के सिलहट में म्यामार से त्रिपुरा के रास्ते पहुंचे रोहिग्या लोगों को आतंक का प्रशिक्षण देकर इन्हें पश्चिम बंगाल मेंबंगाल के मुर्शिदाबाद, मिदनापुर, मालदा और उत्तरी दिनाजपुर में पैठ बनाने को भेजा गया।
खुफिया सूत्रों के अनुसार बांग्लादेश सीमा से सटे बिहार के किशनगंज, अररिया के अलावा भागलपुर, मुंगेर, नालंदा, पटना और गया में। झारखंड के पाकुड़, साहिबगंज, रांची, गुमला और धनबाद के अल्पसंख्यक बहुल इलाके में थ्री सर्किल ग्रुप के सदस्यों के जरिए धार्मिक भावना भड़का जेहाद सर्किल का सदस्य बनाने। उन्हें प्रशिक्षण के लिए बांग्लादेश ले जाने। महत्वपूर्ण जगहों की रेकी करने। मिले निर्देश पर ङ्क्षहसा फैलाने के लिए तैयार करने की बात कही जा रही है। खुफिया महकमा तीनों राज्यों में सक्रिय जेहाद की थ्री सर्किल पैठ बनाने वाले अपने लोगों का बाकायदा आधार कार्ड, राशन कार्ड और मतदाता पहचान भी तैयार कराने की जानकारी पर ऐसी गतिविधियों पर नजर रख रही है। बताया जा रहा है कि जेहाद सर्किल मॉव लिंचिंग की घटनाओं के विरुद्ध एकजुट करने के लिए सोशल साइट का भी सहारा ले रहा है।
बांटे गए हैं धार्मिक भावना भड़काने वाली पुस्तकें
खुफिया सूत्रों की माने तो तीनों राज्यों के चुनिंदा जिलों में जेहाद सर्किल की ओर से धार्मिक भावना भड़काने वाली खास पुस्तकें बांटी गई है। अंसार-उत-तौहिद और फी-बिलादा के लिए काम कर चुके आतंकियों को भी आइएसआई की ओर से तीनों राज्यों में धार्मिक भावना भड़काने के लिए लगाया गया है। आइएसआई के इस नापाक मंसूबे को ध्वस्त करने के लिए खुफिया एजेंसी जेहाद सर्किल के एजेंटों को तलाश रही है। इसी सिलसिले में गया से मुहम्मद एजाज की गिरफ्तारी किए जाने की बात कही गई है। कहा जा रहा है कि मूल मकसद पश्चिम बंगाल बेस की तरह बिहार और झारखंड में भी ताकत बढ़ा कर सीरियल ब्लास्ट, बड़े नेताओं को टारगेट बनाना भी हो सकता है। खुफिया महकमे ने इसको लेकर एहतियाती तौर पर सतर्कता रिपोर्ट भेज दी है।