जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने CM नीतीश की तुलना लालू यादव से की, बोले-बिहार में 'सोनू' की कद्र नहीं
जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर आलोचना की। कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार में कोई फर्क नहीं है। गलत शिक्षा नीति के कारण गरीब के बच्चों को नहीं मिल पाती सही शिक्षा।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में कोई फर्क नहीं है। दोनों राजनेताओं ने बस वोट की राजनीति करते रहे। कभी गरीब हित या फिर आम जन के हित में ठोस नीति बनाने की कोशिश उन्होंने नहीं की। नालंदा का सोनू इस सूबे का इकलौता ऐसा बच्चा नहीं है, जो प्रतिभा संपन्न रहने के बावजूद सही शिक्षा से वंचित हैं, बल्कि यहां पग-पग पर सोनू जैसे बच्चे मौजूद हैं।
श्री यादव गुरुवार को पार्टी कार्यालय अर्जुन भवन में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस देश का दुर्भाग्य है कि शिक्षा व स्वास्थ्य जैसे मुद्दे पर पर एक राष्ट्र एक नीति अब तक नहीं बन पाई है। यहां राजनेताओं, अफसरों व उद्योगपतियों के बच्चों के लिए अलग स्कूल है तो गरीब के बच्चों के लिए अलग। आज नालंदा के छात्र सोनू के हितैषी बन रहे सत्ता व विपक्ष को बोलने का कोई हक नहीं है। आज वहां ऐसे लोगों का जमघट लग रहा है, जिनके खुद के बच्चे बड़े-बड़े निजी विद्यालयों में पढ़ रहे हैं। यह दोहरी नीति एक बड़ा सवाल है। यही स्थिति स्वास्थ्य का भी है। एक एमपी-एमएलए या फिर अफसर खुद या फिर उनके स्वजन जब बीमार होते हैं तो उनका रुख देश के नामचीन निजी अथवा आम लोगों की पहुंच से दूर वाले अस्पतालों में इलाज होता है और उसी बीमारी से पीड़ित आम लोगों का इलाज वैसे अस्पताल में होता है, जहां बेड पर कुत्ते सोते हैं।
उन्होंने कहा कि जब लालू प्रसाद यादव देश में किंग मेकर की भूमिका में थे, तब भी उन्होंने इन मुद्दों पर नीतियां बनाने की बात नहीं की। आज तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जुबान पर भी इस तरह की बात नहीं आई। श्री यादव ने कहा कि जाति आधारित गणना पर भी बस खेल चल रहा है। इस मौके पर जन अधिकार पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेश यादव, पूर्णिया पूर्व के प्रमुख जियाउल हक, जिलाध्यक्ष बबलू भगत, डब्लू खान, अरुण यादव, प्रेम किशोर सिंह, पूर्व मुखिया मनोज यादव, पूर्व प्रमुख मंटू यादव, मुंशी यादव, सुडडू यादव, अनिरुद्ध यादव, समिउल्लाह, सुमित यादव, करण कुमार, राहुल यादव व आदिल समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।