31 दिसंबर तक किराया जमा नहीं हुआ तो कानूनी कार्रवाई, बकायेदारों को भेजा नोटिस... जानिए
भुगतान नहीं होने पर दुकान खाली करा दिया जाएगा। बकाये की वसूली के लिए नीलाम पत्र दायर हो जाएगा। इस वर्ष तीन बार नोटिस भेजा गया लेकिन भुगतान में बहुत अधिक प्रगति नहीं हुई है।
भागलपुर [जेएनएन]। जिला परिषद् अपने बकायेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है। दो वर्ष पूर्व किराया बढऩे के बाद भुगतान की प्रक्रिया में कमी आ गई है। 31 दिसंबर तक के आकलन में बकाये की राशि करीब एक करोड़ रुपये हो गई है। प्रखंडों से अधिक बकाया मुख्यालय के होटलों, दुकानों और कार्यालयों पर है।
अनुमान के अनुसार किराया बढऩे के बाद 60 फीसद लोगों ने भाड़ा देना बंद कर दिया है। उप विकास आयुक्त सुनील कुमार ने बकायेदारों को नोटिस भेजा है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही गई है। डीडीसी ने कहा है कि भुगतान नहीं होने पर दुकान खाली करा दिया जाएगा। बकाये की वसूली के लिए नीलाम पत्र दायर हो जाएगा। इस वर्ष तीन बार नोटिस भेजा गया लेकिन भुगतान में बहुत अधिक प्रगति नहीं हुई है। किराया जिला परिषद् के लिए बहुत बड़ा आंतरिक संसाधन है। बकाया का भुगतान नहीं होने पर आवंटन रद होने का खतरा बढ़ गया है।
जिला परिषद् अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह ने कहा कि दुकानदारों को नोटिस दी जा रही है। माह के अंत तक बकाये का भुगतान नहीं होने पर दुकान खाली कराने के लिए कार्रवाई की जाएगी।
कहां-कहां है बकाया
बिहपुर -98 दुकानों पर 9 लाख 14 हजार
सन्हौला -25 दुकानों पर 1 लाख 85 हजार
कहलगांव-सात दुकानों पर 51 हजार
पीरपैंती- 42 हजार
शाहकुंड- एक लाख 04 हजार
मुख्यालय- 131 दुकान, होटल और कार्यालयों पर 80 लाख से अधिक बकाया। प्रमुख रुप से होटल मेट्रो, मेट्रो राज दरबार, धनंजय और युवराज होटल।