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Indian Rail: इस वित्तीय वर्ष के अंत तक फारबिसगंज तक जुड़ जाएगी रेल लाइन

Indian Rail सहरसा से राघोपुर तक ट्रेन चलाने की मिल गयी है सहमति।चार वर्ष में सहरसा से राघोपुर तक करीब 70 किमी. बिछायी गयी रेल लाइन।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Sun, 30 Aug 2020 03:55 PM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2020 03:55 PM (IST)
Indian Rail: इस वित्तीय वर्ष के अंत तक फारबिसगंज तक जुड़ जाएगी रेल लाइन
Indian Rail: इस वित्तीय वर्ष के अंत तक फारबिसगंज तक जुड़ जाएगी रेल लाइन

सहरसा, जेएनएन। पूर्व मध्य रेल सहरसा- फारबिसगंज के बीच इस वित्तीय वर्ष के अंत तक रेल लाइन बिछ जाएगी। वर्ष 2007 से ही इस रेल खंड पर फारबिसगंज के बीच सीधी रेल सेवा बंद है। सहरसा से फारबिसगंज के बीच 111 किमी. लंबी रेल लाइन इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रेलवे ने निर्धारित किया है। हालांकि इस रेल खंड में पिछले 12 वर्षों से आमान परिवर्तन कार्य चल रहा है। सहरसा से फारबिसगंज के बीच वर्ष 2007 तक छोटी रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन होता था। पड़ोसी देश नेपाल सीमा सुपौल- फारबिसगंज से सटे रहने के कारण इस रेल खंड में चलनेवाली ट्रेन दो देशों के लोगों के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती रही है। यही कारण है कि इस रेलखंड में रेल सेवा बाधित होने के बाद कोसी व सीमांचल लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि कोसी, सीमांचल व मिथिलांचल क्षेत्र के लोगेां का नेपाल से रोटी-बेटी का संबंध रहा है।  वर्ष 2007 में ही आमान परिवर्तन के नाम पर फारबिसगंज- ललितग्राम के बीच रेल सेवा बाधित हो गयी। इसके बाद 18 अगस्त 2008 में ललितग्राम- राघोपुर के बीच कुसहा त्रासदी को लेकर रेल सेवा छिन्न- भिन्न हो गयी। इसके बाद इस रेल खंड में रेल सेवा बाधित हो गयी। ट्रेन राघोपुर तक ही जाती थी। फिर राघोपुर- थरबिटिया के बीच रेल सेवा 1 नवंबर 2015 से बंद हो गयी। थरबिटिया- सहरसा के बीच 25 दिसंबर 2016 से आमान परिवर्तन को लेकर रेल सेवा बंद हो गयी।

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1 दिसंबर 2019 से शुरू हुआ परिचालन

पूर्व मध्य रेल सहरसा- फारबिसगंज के बीच आमान परिवर्तन कार्य के दौरान सहरसा से सुपौल रेल खंड के बीच करीब तीन वर्ष बाद 1 दिसंबर 2019 से रेल परिचालन बहाल हो पाया। बड़ी रेल लाइन पर रेल परिचालन शुरू हो पाया। अब इधर वर्ष 2020 में सुपौल से राघोपुर तक आमान परिवर्तन कार्य पूरा कर लिया गया है। जिसका सीआरएस निरीक्षण भी पूरा कर लिया गया है। साथ ही मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने इस रेल खंड पर राघोपुर तक ट्रेन चलाने की सहमति दे दी है। संभवत: लॉकडाउन के बाद रेल परिचालन शुरू होते ही अब सहरसा से राघोपुर तक ट्रेन चलायी जाएगी। जिससे कोसी क्षेत्र के लोगों को बहुत बडी राहत मिलेगी। वहीं राघोपुर से फारबिसगंज करीब 40 किमी. आमान परिवर्तन कार्य रेल निर्माण विभाग कर रही है। इस वित्तीय वर्ष के अंत तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।

सहरसा से फारबिसगंज के बीच इस वित्तीय वर्ष के अंत तक आमान परिवर्तन कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है। सहरसा से राघोपुर तक सीआरएस निरीक्षण के बाद ट्रेन चलाने की स्वीकृति मिल गयी है। राघोपुर- फारबिसगंज के बीच कार्य प्रगति पर है। - अशोक माहेश्वरी, मंडल रेल प्रबंधक, पूर्व मध्य रेल


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