भारतीय सेना के JCO भागलपुर के लाल निरंजन की गई जान, मौत से पूर्व बोले यह तीन शब्द
भारतीय सेना के जेसीओ पद निरंजन उर्फ नीरज कुमार चौधरी का निधन हो गया। वे बीमार थे। उनका पार्थिव शरीर आज पहुंचा। वे देशभक्त सैनिक थे। उन्होंने मौत के पूर्व भारत माता की जय शब्द कहा। निधन से पूरे परिवार में मातम छा गया है।
संवाद सूत्र, बिहपुर (भागलपुर)। भागलपुर जिले के बिहपुर प्रखंड के गौरीपुर निवासी भारतीय सेना में जेसीओ पद पर पदस्थापित निरंजन उर्फ नीरज कुमार चौधरी की सोमवार को जान गई। वह अरुणाचल प्रदेश में बार्डर पर तैनात थे। स्वजनों के अनुसार, ब्रेन हेमरेज की शिकायत होने पर उन्हें इलाज के बाद अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टरों के पूरे प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया न जा सका।
निरंजन ने मौत के पूर्व भारत माता की जय कहा। वह वालीबाल के बेहतरीन खिलाड़ी थे। भारतीय सेना में उनकी ज्वानिंग खेल कोटे से ही बिहार रेजीमेंट दानापुर सेंटर में हुआ था। नीरज को पुत्र बिट्टू कुमार भी है। उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। बिट्टू इंटर में पढ़ रहा है। वह वालीबाल का उभरता खिलाड़ी है। यह एनसीसी के अधिकारी संदीप कुमार ने दी है।
तिरंगा के साथ गौरीपुर पहुंचा दिवंगत फौजी का पार्थिव शरीर
निरंजन उर्फ नीरज कुमार चौधरी का ड्यूटी के दौरान त्वांग (अरुणाचल प्रदेश) में सोमवार को मृत्यु हो गई। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर पूरे सैनिक सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटा उनके गांव पहुंचा। शव लेकर भारतीय सेना के अधिकारी व सैनिक आए थे। शव के पहुंचते ही पूरा इलाका भारत माता की जस व वंदे मातरम के नारों से गूंज गया। काफी संख्या में ग्रामीण साथ थे।
शव को देखकर उनकी पत्नी, बेटे बिट्टू समेत अन्य स्वजन दहाड़ मारकर रोने लगे। बिहार रेजीमेंट सेंटर, दानापुर से सेना के अधिकारी व जवान भी गांव पहुंचे थे। दिवंगत नीरज की अंतिम यात्रा में इलाके के हजारों लोग हाथों में तिरंगा लेकर शामिल हुए।
गंगाघाट पर पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। जिप सदस्य मोइन राइन, पूर्व जिप सदस्य घंटू सिंह, भाजपा नेता प्रभुनंदन चौधरी, रूपेश कुमार रूप आदि अंत्येष्टि स्थल पर मौजूद थे। इस बीच काफी संख्या में लोग वहां पहुंचे। सभी ने सैनिक के पार्थिव शरीर का दर्शन किया। उन्हें श्रद्धांजलि दी।