'भ्रष्टाचार मुक्त भारत' के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे धरती पकड़
आगामी लोकसभा चुनाव में वे तीन संसदीय क्षेत्र पुरानी दिल्ली रायबरेली और वाराणसी से लड़ेंगे।
(अमरेन्द्र कुमार तिवारी) भागलपुर। राष्ट्र सेवा का सपना संजोए जीवन के अंतिम पड़ाव पर खड़े बहुचर्चित नेता नागरमल बाजोरिया उर्फ धरती पकड़ अभी भी खुद को चुनावी योद्धा समझते हैं। आगामी लोकसभा चुनाव में वे तीन संसदीय क्षेत्र पुरानी दिल्ली, रायबरेली और वाराणसी से लड़ेंगे। भागलपुर के रहने वाले धरती पकड़ ने 'जागरण' से कहा हमारा चुनावी मुद्दा 'भ्रष्टाचार मुक्त भारत' बनाने का है। इसी मुद्दे पर हम जनता के बीच जाएंगे। मतदाताओं को बताएंगे कि चुनाव में फिजूल खर्च करने वाले प्रत्याशियों से होशियार रहें। अधिक खर्च करने वाले नेता देश को लूटने का काम करते हैं। कहा कि जो समाज, प्रांत एवं राष्ट्र की समृद्धि और सुरक्षा के लिए काम करते हैं उनको ही जनता याद रखती है।
वार्ड पार्षद से राष्ट्रपति पद के लिए अब तक 264 चुनाव लड़ने का अनुभव रखने वाले धरती पकड़ ने कहा कि चुनाव में उम्मीदवार की हार नहीं होती है, अच्छे नेता का चुनाव नहीं कर पाने वाली जनता की हार होती है। बुलंद हौसले के धनी नागरमल ने कहा कि आज भी हम देश सेवा के लिए जवान हैं। कहा कि हमारी आत्मा बिहार है, उत्तरप्रदेश परमात्मा, अपना घर भारत है और पूरा विश्व परिवार है।
पुरानी दिल्ली से पहले भरेंगे पर्चा
धरती पकड़ ने कहा कि सबसे पहले पुरानी दिल्ली से लोकसभा चुनाव का पर्चा दाखिल करेंगे। नामांकन जुलूस में फूल मालाओं के साथ 108 गदहों को शामिल किया जाएगा। मतदाताओं को यह संदेश देना होगा कि झुंड में खड़े ऐसे नेताओं को हटाओ, देश बचाओ। उन्होंने कहा कि रायबरेली सीट से पर्चा दाखिल करने के पूर्व वे कांग्रेस नेत्री सोनियागांधी से समर्थन में बैठ जाने की अपील करेंगे। वे वाराणसी से भी नामांकन करेंगे।
गिनिज बुक में नाम दर्ज कराने की तैयारी
उन्होंने दावा किया कि वार्ड पार्षद से राष्ट्रपति तक कुल 264 चुनाव लड़ा हूं। यह एक विश्व रिकार्ड है। उनकी जानकारी में वार्ड पार्षद से राष्ट्रपति पद तक चुनाव लड़ने वाला कोई नेता दुनिया में नहीं है। बावजूद इसके 95 के करीब उम्र में भी पूरी दुनिया में किसी नेता ने चुनाव नहीं लड़ा है। उक्त आधारं पर गिनिज बुक में नाम दर्ज के लिए दावा किया है। जिसकी जांच चुनाव आयोग में चल रही है। सामाजिक सरोकार से रहा है गहरा नाता
धरती पकड़ ने कहा उनका समाजिक सरोकार से गहरा नाता रहा है। श्मशान से कब्रिस्तान तक जनहित में नलकूप लगवाने का काम किया। 12 हजार युवक-युवतियों की बिना दहेज शादी करवाई। शादी विवाह में फिजूल खर्च भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है। इसे रोकने का काम किया।