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Independence day 2021: बिहार के इस IPS ने छेड़ रखी है नशे के खिलाफ मुहिम, किशनगंज को दिलाएंगे मादक पदार्थों से आजादी!

Independence day 2021 बिहार कैडर के आईपीएस ऑफिसर कुमार आशीष की मुहिम रंग ला रही है। दो साल में जो आंकड़े सामने आए हैं वो कुछ ऐसा ही बयां कर रहे हैं। नशे से आजादी की मुहिम में साथ देने वाले को पुरस्कृत किए जाने का ऐलान किया गया है।

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Fri, 13 Aug 2021 04:34 PM (IST)Updated: Fri, 13 Aug 2021 04:34 PM (IST)
किशगंज एसपी कुमार आशीष की मुहिम- पूर्ण नशा बंदी।

ऑनलाइन डेस्क, भागलपुर। Independence day 2021: गृह मंत्री पदक से सम्मानित हो चुके बिहार कैडर के एक आईपीएस ऑफिसर ने नशे के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है। इसके लिए वे कड़क पुलिसिया कार्रवाई के साथ, समय निकाल कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। बिहार में शराबबंदी कानून को सफल बनाने के साथ-साथ वे अन्य मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर सक्रिय हैं। ये आईपीएस ऑफिसर कोई और नहीं किशनगंज जिले के एसपी कुमार आशीष हैं। उनका कहना है कि समाज को नशे से आजादी दिलानी है।

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किशनगंज एसपी कुमार आशीष युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए गांव-गांव और शहर में पहुंच जाते हैं। वो बकायदा लोगों से रूबरू होते हुए, उन्हें नशे के नुकसान और इससे दूर रहने के लिए जागरूक करते रहते हैं। खाली वक्त में किशनगंज जिला के गांवों एवं स्कूलों में एसपी सीएम नीतीश कुमार के पूर्ण शराबबंदी कानून के साथ-साथ पूर्ण नशाबंदी के लिए अलख जगाने के लिए प्रयासरत रहते हैं। उनकी ये मुहिम अब रंग भी लाने लगी है। अब युवा, स्कूली छात्र-छात्राएं, अभिभावक एवं समाज के प्रबुद्ध नागरिक भी इनके साथ आने लगे हैं। किशनगंज में तस्करों के खिलाफ भी मोर्चा खोला जा चुका है।

अपनी मुहिम के बारे में बताते हुए एसपी कुमार आशीष कहते हैं कि आजाद देश में सबसे ज्यादा युवा हैं। हमारे देश की युवा पीढ़ी बर्बाद न हो और वो सही मार्ग पर अग्रसर हो, इसके लिए हमें ही पहल करनी होगी। हर जिम्मेदार नागरिक को इस दिशा में ध्यान देना होगा। कुमार आशीष ने कहा कि आज के युवाओं को नशे ने अपनी बेड़ियों से जकड़ रखा है। नशा शुरूआत में बहुत अच्छा लगता है लेकिन बाद में ये नाश का कारण बनता है। नशे की लत में घिर चुके युवा पीढ़ी को नशा त्यागने की प्रेरित करने के लिए इस मुहिम को शुरू किया गया है।

नशे से आजादी

किशनगंज एसपी ने कहा कि हम लोगों को ही सही समय पर नशे की गिरफ्त में आने से पहले अगर बचा ले तो ये हमारे लिए देश सेवा से कम नही होगा। मेरे विचार में कोई भी चीज जिसकी शरीर को तलब महसूस होती है और जिससे शरीर को तकलीफ महसूस हो, उसे नशा कहते हैं, चाहे वो शराब, तम्बाकू, ड्रग्स, गांजा, भांग या अन्य कोई पदार्थ क्यों ना हो।

कुमार आशीष ने कहा कि हर प्रकार के मादक द्रव्यों का सेवन आपके जीवन में तबाही लेकर आता है। नशा एक अभिशाप है, यह एक ऐसी बुराई है, जिससे इंसान का अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। नशे के लिए समाज में शराब, गांजा, भांग, अफीम, जर्दा, गुटखा, तम्‍बाकु और धूम्रपान (बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, चिलम) सहित चरस, स्मैक, कोकिन, ब्राउन शुगर जैसे घातक मादक दवाओं और पदार्थों का उपयोग किया जा रहा है।

परिवार के लिए बोझ बना देता है नशा

नशे के नुकसान बताते हुए किशनगंज एसपी कहते हैं कि इन जहरीले और नशीले पदार्थों के सेवन से व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक हानि पहुंचने के साथ ही इससे सामाजिक वातावरण भी प्रदूषित होता ही है। साथ ही स्‍वयं और परिवार की सामाजिक छवि को भी नुकसान पहुंचता है। नशे के आदी व्यक्ति को समाज में हेय की दृष्टि से देखा जाता है। नशे करने वाला व्‍यक्ति परिवार के लिए बोझ स्वरुप हो जाता है, उसकी समाज एवं राष्ट्र के लिया उपादेयता शून्य हो जाती है। वह नशे से अपराध की ओर अग्रसर हो जाता है तथा शांतिपूर्ण समाज के लिए अभिशाप बन जाता है।

किशनगंज में नशे के खिलाफ अभियान

किशनगंज पुलिस आम नागरिकों के सहयोग से लगातार सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करने में लगी हुई है। पर्याप्त संसाधनों की कमी के बावजूद किशनगंज पुलिस ने पिछले तीन सालों के उनके अब तक के कार्यकाल में कई उपलब्धियां हासिल की हैं।

जनवरी 2018 से जुलाई 2021 तक के आंकड़े:

  • शराबबंदी से सम्बंधित 1070 कांड दर्ज हुए।
  • कुल 1194 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं।
  • 05 कांडों में माननीय न्यायालय द्वारा आरोपियों को सज़ा सुनाई जा चुकी है।
  • शराब के 25 कांडों में स्पीडी ट्रायल जारी।
  • कुल 33 हजार लीटर से ज्यादा देसी शराब, 94,294 लीटर विदेशी शराब सहित कुल 1,27,299 लीटर शराब
  • जब्त हुए, 124 दोपहिया एवं 135 चारपहिया सहित कुल 259 वाहन जब्त किये गए।
  • 803 किलो गांजा जब्त, 120 ग्राम स्मैक, 260 ग्राम हीरोइन, 203 ग्राम ब्राउन सुगर, 752 ग्राम अफीम, 138
  • किलोग्राम अफीम का पौधा, 498 ग्राम मस्कलिन इत्यादि की बरामदगी की गई।
  • सूखे नशे के कुल 67 काण्ड दर्ज किए गए, जिसमें 163 लोग गिरफ्तार हुए।
  • महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार में 20.93% की कमी आई है, जो काफी बेहतर है।
  • गृहभेदन, साधारण दंगा, फिरौती हेतू अपहरण, अनु जाति/जनजाति के प्रति अपराध तथा साम्प्रदायिक दंगे केकांडों में कमी आई है। इनके अलावा अन्य आंकड़ों में भी सुधार साफ दिखाई देने लगा है।

किशनगंज पुलिस की अपील

'जिस तरह हमारे देश मे युवाओं का नशे की तरफ रुझान बढ़ रहा है, वह वाकई गंभीर चिंता का विषय है। वह युवा जिसे हम अपने देश की शक्ति मानते हैं, जिसे हम भारत देश का भविष्य मानते है, उसे नशे की कीड़े ने ऐसा जकड़ लिया है कि जैसे शिकारी अपने शिकार को जकडता है। नशे का कीड़ा ऐसा होता है की जो व्यक्ति की मौत के बाद ही उसे छोड़ता है। "पूर्ण नशा बंदी" में पुलिस का सहयोग करता है तो उन्हें समुचित रूप से एसपी किशनगंज द्वारा पुरस्कृत भी किया जाएगा। आइये, हम सब बिहार सरकार के इस महाभियान जो समाज की दिशा और दशा दोनों बदल सकता है, इसके अक्षरश: अनुपालन अपना अपना महती सहयोग करें, अपने बच्चों, देश-राज्य के भविष्य को नशे के चंगुल से बचाएं, एक सुदृढ़ और सरंक्षित भारतराष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान करें।'


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