Independence Day 2020 : सीमा सुरक्षित तो देश सुरक्षित, बांग्लादेश बॉर्डर पर मना जश्न, मुंगेर और सुपौल में हुए कार्यक्रम
Bhagalpur Independence Day 2020 मुंगेर सुपौल और किशनगंज में स्वतंत्रता दिवस पर हुए समारोह में तिरंगा झंडा फहराया गया। बांग्लादेश बॉर्डर पर मना जश्न।
भागलपुर, जेएनएन। Bhagalpur Independence Day 2020 : बीएसएफ जवानों ने इंडो-बांग्लादेश बॉर्डर पर शान से तिरंगा लहराकर स्वतंत्रता दिवस पर्व मनाया। सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) के क्षेत्रीय मुख्यालय किशनगंज अंतर्गत आने वाली 175वीं, 171वीं, 146 वीं, 135 वीं व 94 वीं बटालियनों के सभी सीमा चौकियों पर 74 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वाजारोहण किया गया।
क्षेत्रीय मुख्यालय किशनगंज के डीआइजी अमृत लाल तिर्की ने इंडो-बांग्लादेश बॉर्डर स्थित सीमा चौकी बाराबिल्ला में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर जवानों को सम्बोधित करते हुए डीआइजी ने कहा कि आजादी सबका हक है, हम सभी आजाद रहना चाहते हैं। यह आजादी लाखों कुर्बानियों के बाद मिली है। इस आजादी के लिए हमारे पूर्वज हंसते- हंसते फांसी पर चढ़ गए। कई ऐसे भी देशभक्त थे जिनका कहीं नाम दर्ज नहीं है, उन्हें भी हमारा सलाम है। उन्होंने जवानों के लिए सीमा की सुरक्षा को अपना कर्तव्य , कर्म और धर्म बताया साथ ही कहा कि सीमा अगर सुरक्षित रहेगी तो देश अपने आप सुरक्षित रहेगा। सीमा की सुरक्षा के साथ - साथ बीएसएफ देश की आंतरिक सुरक्षा में भी अपना योगदान दे रहा है। डीआइजी तिर्की ने तिरंगा को देश की आन, बान और शान का प्रतीक बताया। इस अवसर पर क्षेत्रीय मुख्यालय व अन्य बटालियनों के अधिकारीगण सीमाओं पर मौजूद रहे और सभी सीमा चौकियों पर ध्वजारोहण किया गया। सभी सीमा चौकियों पर ध्वजारोहण के साथ साथ 10 किलोमीटर का पैदल मार्च व पौधारोपण भी किया गया। पौधारोपण कर जवानों ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
सुपौल के गांधी मैदान में हुआ कार्यक्रम
74 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सुपौल गांधी मैदान में जिलाधिकारी महेंद्र कुमार ने झंडोत्तोलन किया तथा स्वाधीनता दिवस परेड की सलामी ली। झंडोत्तोलन से पूर्व उन्होंने परेड का निरीक्षण किया। मौके पर जिला वासियों को संबोधित करते जिलाधिकारी ने वर्तमान में कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर जिले के बहुत से लोगों के कार्यक्रम में भाग नहीं लेने पर खेद जताया। परंतु विश्वास भी जताया कि सबके सहयोग से इस महामारी पर अवश्य जीत हासिल करेंगे। कहा कि स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में देश के उन अमर शहीदों को नमन करता हूं जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया था। उनके त्याग का ही परिणाम था कि सदियों से गुलामी के उपरांत हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ। आजाद भारत के समक्ष गरीबी अशिक्षा बेरोजगारी जैसी अनेक चुनौतियां थी, परंतु विगत 73 वर्षों में हमने उन चुनौतियों का न केवल बखूबी मुकाबला किया बल्कि वैश्विक पटल पर एक सफल एवं मजबूत लोकतंत्र के रूप में स्थापित भी किया। आजादी के उपरांत आम लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के द्वारा कई योजनाएं चलाई गई एवं इनके व्यापक परिणाम भी देखने को मिला। अपने राज्य में भी विकसित बिहार कार्यक्रम के तहत माननीय मुख्यमंत्री के वर्तमान सात निश्चय योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसके तहत जिले के प्रत्येक घर को बिजली पहुंचा दी गई है एवं प्रत्येक घर को शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए कार्य जारी है। वर्तमान में हर घर नल का जल कार्यक्रम के तहत इस जिले में करीब 820 वार्डों में कार्य पूर्ण कर लिया गया है एवं शेष वार्ड में कार्य जारी है। उच्च शिक्षा में अपने राज्य के छात्रों की भागीदारी बढ़े इसके लिए 3334 छात्र छात्राओं को क्रेडिट कार्ड का लाभ दिया गया तथा उनके कौशल वर्धन के लिए प्रत्येक प्रखंड में कौशल विकास केंद्र कार्यरत है। शिक्षित युवा का रोजगार तलाश दूर हो इसके लिए मुख्यमंत्री सहायता योजना के तहत मदद दी जा रही है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले के कुल लक्षित 328805 परिवारों में से 326530 परिवारों को व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है एवं शेष छूटे हुए परिवारों को भी शौचालय उपलब्ध कराने का कार्य जारी है । विकास के कार्यों का पर्यावरण पर कोई प्रतिकूल असर ना पड़े इस हेतु राज्य सरकार द्वारा एक महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन हरियाली अभियान क्रियान्वित है। जिसके तहत नए जल स्रोतों का विकास किया जा रहा है । अभी तक 28 सार्वजानिक तालाब एवं 129 सार्वजनिक कुआं का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 658 चापाकल एवं कुआं के किनारे सोख्ता का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 284 नए जल स्रोतों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है एवं 204 भवनों में वर्षा जल संचयन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इतना ही नहीं पृथ्वी दिवस के अवसर पर 9 अगस्त 2020 तक जिले में 623910 वृक्ष लगाए गए हैं। पर्यावरण संरक्षण के जरिए ही हम अपने भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं एवं इस हेतु यह कारगर साबित हो रहा है। अपने राज्य में विकास का अर्थ बड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन तक ही सीमित नहीं है बल्कि सामाजिक कुरीतियों यथा बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के उन्मूलन हेतु भी कार्य किए जा रहे हैं। इस निमित्त 19 जनवरी 20 को पूरे राज्य में 18000 किलोमीटर मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया था। विश्वास है कि सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में आपका सहयोग मिलता रहेगा। आम लोगों की शिकायत के त्वरित निवारण हेतु लोक शिकायत निवारण अधिनियम कार्यान्वित है जिसके तहत जिला एवं अनुमंडल स्तर पर लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी कार्यरत हैं। जहां समय सीमा के अंदर सुनवाई कर शिकायतों का निवारण किया जाता है। इसके तहत अभी तक 19901 आवेदन प्राप्त हुए जिसके विरुद्ध 18521 आवेदनों का निवारण किया गया है एवं शेष पर सुनवाई की जा रही है। वर्तमान में कोविड-19 एक वैश्विक महामारी बन कर हमारे समक्ष खड़ा है यद्यपि जिला प्रशासन के द्वारा टेस्टिंग ट्रैकिंग एवं ट्रीटमेंट के प्रोटोकॉल करते हुए संक्रमण रोकने का कार्य किया जा रहा है किंतु आप सब से अनुरोध है कि इस कार्य में जिला प्रशासन का आगे बढ़कर सहयोग करें। सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनकर एवं 2 गज की दूरी बना कर अवश्य रहें। यदि कोई लकण मिले तो अवश्य जांच कराएं। लॉक डॉन का पालन करें एवं आसपास के लोगों को भी इसका पालन करने हेतु प्रेरित करें। कोरोना संक्रमण काल में जिले के जिन कर्मियों ने मानवता की सहायता के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है उन्हें मंच से सम्मानित सम्मानित किया गया। मौके पर सांसद दिलेश्वर कामैत एवं पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार भी मौजूद थे।
पोलो मैदान में डीएम ने फहराया तिरंगा
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच भी 74 वें स्वतंत्रता दिवस जिले में जगह जगह धूमधाम से मनाई गई। साथ ही शारीरिक दूरी के साथ तिरंगा फहराया गया। मुख्य कार्यक्रम पोलो मैदान में आयोजित की गई। जहां डीएम राजेश मीणा ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके पूर्व डीएम ने जवानों के परेड का निरीक्षण किया। इस अवसर पर डीएम राजेश मीणा ने अपने संबोधन में कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तमाम जिले वासियों को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि देश के महान सपूतों, रणबांकुरे एवं स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले राष्ट्रभक्त अमर शहीदों को सहृदय श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। उन्होंने मुंगेर के ऐतिहासिक एवं भौगोलिक स्थिति का वर्णन करते हुए कहा कि उत्तर वाहिनी अविरल पावन गंगा के तट पर अवस्थित मुंगेर अपनी प्राकृतिक बनावट, उपजाऊ भूमि, नदियों ,पहाड़ी श्रृंखला, वन संपदा के समागम का क्षेत्र रहा है। जिस से आकर्षित होकर पाल वंश ,खिलजी साम्राज्य, तुगलक वंश, मुगलकालीन राजा, बंगाल के नवाब तथा मुर्शिदाबाद के नवाबों ने मुंगेर को न केवल अपना अधिपत्य क्षेत्र बनाया था, बल्कि मुंगेर की प्राकृतिक शिराओं में इन राजा नवाब और योद्धाओं को मुंगेर आने के लिए अनुप्रेरित भी किया था।
यह क्षेत्र ऐतिहासिक नगर के साथ-साथ अध्यात्मिक साधना का सिद्ध पीठ भी रहा है, जो मुद्गल ऋषियों तथा श्रृंगी ऋषि के साधना स्थल के रूप में विख्यात है। ऐतिहासिक स्वरूप में कस्टहरणी घाट, सीताकुंड, सीताचरण तीर्थ, पार्क, पीर साहब का मजार, विश्व योग विद्यालय, ऋषिकुंड आज भी अपनी पौराणिक महत्व के साथ विद्यमान है। तीन ओर से गंगा नदी एवं एक ओर विंध्य पर्वत श्रृंखला से गिरा मुंगेर दानवीर कर्ण की राजधानी के रूप में चीनी यात्री ह्वेनसांग के यात्रा वृत्तांत में उल्लेखित है। जिसे मीर कासिम ने 1760 में मुर्शिदाबाद के बदले अपनी राजधानी बनाया था। विभिन्न क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त विभूतियों का जन्म स्थल रहा है। मुंगेर के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी डॉ कृष्ण सिंह संवेदना के साथ सौंदर्य और सार्थक सृजन की गहनता को रंगों में जीवंत करने वाले महान चित्रकार नंदलाल बोस ओजपूर्ण राष्ट्रीयता एवं सामाजिक कुरीतियों को एक पंक्ति में संजोने वाले महान राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की कर्मभूमि होने का गौरव जिले को प्राप्त है। उन्होंने जिले में चल रहे कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में बताया कि सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक स्वतंत्रता के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार जनोपयोगी कार्य, विकास परक एवं कल्याणकारी योजनाओं के तहत गरीबों ने निहसहायों व्यक्तियों को आर्थिक एवं सामाजिक रूप से समृद्ध बनाने की परिकल्पना के प्रति अग्रसर है। मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के तहत कार्यान्वित योजनाओं को प्रमुखता से पूर्ण कराने में जिला प्रशासन कटिबद्ध है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में संचालित हर घर नल का जल योजना अंतर्गत अब तक कुल 626 वार्डों में पेयजल की उपलब्धता तथा हर घर तक पक्की गली नली के तहत 991 वार्डो को आच्छादित किया जा चुका है।
डीएम ने मुंगेर की जनमानस से अपील किया कि एक स्वस्थ एवं स्वच्छ समाज के निर्माण के लिए स्वच्छता को आदत बनाएं एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी जागरूक बने। इसकी सार्थकता मानसिकता में बदलाव से ही संभव है। उन्होंने शौचालय निर्माण घर का सम्मान के तहत ग्रामीण क्षेत्र में डेढ़ लाख से अधिक लाभुकों को प्रोत्साहन राशि दी गई है एवं भूमिहीन एवं महादलित परिवार के लिए कुल 23 सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण कराया गया है। इसके अतिरिक्त तीनों नगर निकाय में शत-प्रतिशत 9714 सामुदायिक शौचालय पूर्ण किया जा चुका है । जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में आर्थिक रूप से युवाओं के लिए कार्यान्वित बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से कुल 1475 विद्यार्थियों को राशि भुगतान किया गया। मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता से 5670 लाभ ले रहे हैं। कुशल युवा कार्यक्रम में 12325 सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त किया है। शिक्षा के क्षेत्र में बहुआयामी योजनाओं को पूर्ण करने की कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा जिले में चल रहे कार्यक्रमों की डीएम ने विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर विधायक विजय कुमार विजय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
इन लोगों को किया गया सम्मानित
जिले के वैसे पदाधिकारी तथा कर्मचारी जिन्होंने बेहतर कार्य किया है, वैसे 20 लोगों को डीएम ने सम्मानित किया। पुलिसकर्मी में कासिम बाजार थाना अध्यक्ष शैलेश कुमार, जमालपुर थाना अध्यक्ष रंजन कुमार, संग्रामपुर थाना अध्यक्ष सर्वजीत कुमार तथा सिपाही विजेंद्र कुमार सिंह को बेहतर कार्य के लिए सम्मानित किया गया। जबकि देवेंद्र रावत, गुलाब रामू रावत, सत्यनारायण मंडल तथा धर्म देव राम को बेहतर सफाई कर्मी के रूप में सम्मानित किया गया। वहीं चिकित्सक के रूप में डॉ बलराम प्रसाद, डॉ ध्रुव प्रसाद साह, डॉ मु फैजुद्दीन, डॉ अभिनव आनंद, सत्येंद्र कुमार, मु नसीम, डॉ विजय कुमार शामिल है। जबकि कोरोनावरियर्स के रूप में हृदय नारायण राम जिला कल्याण पदाधिकारी मुंगेर, राजीव कुमार प्रखंड विकास पदाधिकारी जमालपुर, शंभू मंडल अंचल अधिकारी जमालपुर तथा श्री आनंद सिंह कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद जमालपुर को डीएम ने सम्मानित किया। मौके पर काफी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।