जिला विधिज्ञ संघ चुनाव : प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा होने से राजनीतिक तापमान बढ़ा
इस बार नए प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा होने की संभावना से कचहरी परिसर में राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। युवा अधिवक्ताओं की संख्या इस बार अधिक है।
भागलपुर [जेएनएन]। जिला विधिज्ञ संघ चुनाव को लेकर वकीलों में राजनीतिक तापमान चढऩे लगा है। कचहरी आने के बाद हाजरी-पैरवी का काम खत्म होने पर राजनीतिक चर्चा भी अधिवक्ताओं की बैठकों में होने लगी है। चुनाव मैदान में जोर-आजमाइश करने के इरादे वाले अधिवक्ता बैठक खाने के चक्कर लगाने लगे हैं।
संघ भवन परिसर के हॉल, बरामदा, लाइब्रेरी तथा दोनों तल पर बने बैठक खाने के अलावा पनसल्ला, ओल्ड कंज्यूमर फोरम कैंपस, कुटुंब न्यायालय परिसर, दक्षिणी खंड के बैठक खाने के अलावा मुख्तार खाना परिसर से सटे क्षेत्र, एसडीओ कोर्ट परिसर और समाहरणालय परिसर से सटे क्षेत्र में बैठने वाले अधिवक्ताओं के अलावा मिनी बार, एक्स फास्ट ट्रैक कोर्ट परिसर के आसपास बैठने वाले अधिवक्ताओं से मिलने लगे हैं। नियमित कचहरी आने वाले अधिवक्ताओं की संख्या एक हजार से अधिक है। इनसे संभावित प्रत्याशियों ने मिलना शुरू कर दिया है।
संघ चुनाव में लंबे समय से भाग लेने वाले कई ऐसे प्रत्याशी भी हैं जो अभी से वकीलों के घरों तक पहुंचना शुरू कर दिया है। इनमें अध्यक्ष और महासचिव पद पर चुनाव लडऩे वाले संभावित प्रत्याशी शामिल हैं। घर-घर जाकर उन्हें अपनी प्रत्याशा की जानकारी दे रहे हैं। मैं फलां पद पर लड़ रहा हूं, मैं पहले आया इसलिए आपके वोट पर पहला हक हमारा ही बनता है। घर पर पहुंचने वाले ऐसे संभावित प्रत्याशियों का मन रखने के लिए वोटर अधिवक्ता उन्हें वोट देने का विश्वास भी दिला रहे हैं।
इस बार नए प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा होने की संभावना से कचहरी परिसर में राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। युवा अधिवक्ताओं की संख्या इस बार अधिक है। संघ के प्रमुख पदों पर कब्जे की जंग में कई नामों की चर्चा हवा में तैरने लगी है। वरीय अधिवक्ता अभयकांत झा, जितेंद्र कुमार सिंह, ओम प्रकाश वर्णवाल, जयकरण गुप्ता, आशुतोष राय, विनयानंद मिश्र, संजय कुमार मोदी, भोला कुमार मंडल,अजय कुमार मिश्रा, प्रफुल्ल चंद्र राही, वीरेश कुमार मिश्रा, वीरेंद्र कुमार पांडेय, आलोक कुमार झा, प्रभात कुमार, रेणु कुमारी घोष, सुनीता कुमारी, मुक्ति प्रसाद सिंह, मंजर आलम समेत कई नाम चर्चा में है। हालांकि यह चर्चा अधिवक्ताओं के बीच है। इन अधिवक्ताओं का दावा फिलहाल सामने नहीं आया है। नामांकन तिथि करीब आते ही अभी दर्जनों प्रत्याशियों के नाम और सामने आएंगे जो चुनाव मैदान में भाग्य आजमा सकते हैं।
आठ वकीलों ने मतदाता सूची में नाम जोडऩे का दिया आवेदन
जिला विधिज्ञ संघ चुनाव को लेकर जारी प्रारंभिक मतदाता सूची में त्रुटि में सुधार कर नाम जोडऩे के लिए आठ अधिवक्ताओं ने बुधवार को निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष आवेदन दिया है।
डीबीए चुनाव में 32 पदों पर होगी जोर-आजमाइश
जिला विधिज्ञ संघ चुनाव(डीबीए) को लेकर मंगलवार को निर्वाची पदाधिकारी नागेंद्र नारायण शर्मा ने नामांकन शुल्क, पद, प्रारंभिक मतदाता सूची आदि सार्वजनिक की। डीबीए चुनाव में 32 पदों पर चुनाव होंगे। इनमें अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष का पद एकल है। जबकि उपाध्यक्ष के तीन, संयुक्त सचिव के तीन, सहायक सचिव के तीन, वरीय कार्यकारिणी सदस्य के पांच, कार्यकारिणी सदस्य के सात, विजिलेंस समिति तीन, पुस्तकालय समिति के तीन, अंकेक्षक के दो पदों पर चुनाव होना है।
अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए 20 साल या उससे अधिक साल से विधि-व्यवसाय कर चुके अधिवक्ता ही प्रत्याशी होंगे। महासचिव और कोषाध्यक्ष के लिए दस या उससे अधिक। संयुक्त सचिव और सहायक सचिव पद के लिए सात वर्ष या उससे अधिक। वरीय कार्यकारिणी सदस्य पद के लिए 25 वर्ष या उससे अधिक। कार्यकारिणी सदस्य के लिए पांच वर्ष या उससे अधिक की अनुभव योग्यता जरूरी। उसी तरह विजिलेंस समिति और पुस्तकालय समिति के लिए सात वर्ष या उससे अधिक का अनुभव योग्यता जरूरी है। नामांकन शुल्क अधिकतम एक हजार रुपये रखा गया है जो अध्यक्ष, उपाध्यक्ष महासचिव पद के लिए रखा गया है। विजिलेंस समिति, पुस्तकालय समिति और अंकेक्षक पद के लिए नामांकन शुल्क नहीं रखा गया है।
नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशियों चाहे जिस पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे, उन्हें दो प्रस्तावक लाने होंगे। यूनिफार्म रूल के अनुसार संघ के एक ही पद पर लगातार दो बार निर्वाचित पदाधिकारी लगातार तीसरी बार उसी पद के लिए नामांकन नहीं दाखिल कर सकेंगे। निर्वाची पदाधिकारी नागेंद्र नारायण शर्मा ने बताया कि ऐसा करने वाले प्रत्याशी का नामांकन रद कर दिया जाएगा। आदर्श चुनाव आचार संहिता को लेकर भी निर्वाची पदाधिकारी ने शर्तों को सार्वजनिक कर दिया है। यदि आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले प्रत्याशियों का नामांकन नियम के अनुसार रद कर देने की बात निर्वाची पदाधिकारी ने कही है।