टीएमबीयू में वेतन-पेंशन की मांग पर कर्मचारियों का फूटा आक्रोश
भागलपुर। टीएमबीयू में पिछले तीन माह से कार्यरत और सेवानिवृत्त कर्मियों को वेतन-पेंशन नहीं ि
भागलपुर। टीएमबीयू में पिछले तीन माह से कार्यरत और सेवानिवृत्त कर्मियों को वेतन-पेंशन नहीं मिला है। इस लेकर कर्मियों में आक्रोश की स्थिति है। सोमवार को कर्मियों का आक्रोश विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रति फूट पड़ा। सुबह कार्यालय खुलने के बाद कर्मचारी संघ के महासचिव रंजीत कुमार के नेतृत्व में कर्मियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। वे अपने-अपने कार्यालयों से निकल गए और विभिन्न सेक्शन से कर्मियों को निकाल दिया। इसके बाद वे लोग प्रथम तल पर पहुंचे और परीक्षा विभाग समेत अन्य कार्यालय को बंद करा दिया।
हंगामा देख अपने-अपने कार्यों से आने वाले छात्र समेत अन्य लोग भी विश्वविद्यालय से बाहर निकल गए। बंद करा रहे कर्मचारी संघ ने प्रतिकुलपति कार्यालय में मौजूद प्रतिकुलपति और कुलसचिव डा. निरंजन प्रसाद यादव का घेराव करते हुए अपनी मांगों से अवगत कराया। कर्मचारी नेताओं का कहना था कि वे बिना वेतन और पेंशन कोई भी आश्वासन नहीं मानेंगे। कर्मियों का कहना था कि विश्वविद्यालय प्रशासन एफए का मानदेय तय नहीं कर पाया है, इसमें वे लोग परिणाम क्यों भुगतेंगे।
उन लोगों ने प्रतिकुलपति से कहा कि एफए का मानदेय तय करना उन लोगों की जिम्मेवारी नहीं है। इस कारण उनके अलावा बाकी कर्मियों का वेतन-पेंशन जारी किया जाए। अन्यथा खाते में रुपये जब तक नहीं आएगा तब तक वे लोग विश्वविद्यालय में तालाबंदी कर देंगे। कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए वेतन-पेंशन की प्रक्रिया पूरी कर एफए के पास अंतिम प्रक्रिया के लिए भेज दिया गया है। दो-दिनों में वेतन-पेंशन मिलने की उम्मीद विश्वविद्यालय प्रशासन ने जताई है।
इस मौके पर रंजीत कुमार के अलावा असीम कुमार, नील माधव, उपेंद्र यादव, विरेंद्र सिंह, राम च्रंद्र यादव, सर्वानंद प्रसाद, उपानंद दास, चंदन कुमार, संतोष कुमार, तपन कुमार भट्टचार्य, महादेव चौधरी, ओपी यादव, राजीव सिन्हा, विनोद मंडल सहित सभी कार्यालय के कर्मी शामिल थे।