Move to Jagran APP

को¨चग संस्थानों पर वाणिज्य कर विभाग ने कसा शिकंजा

सरकार के आदेश को रदी की टोकरी में फेंक दिया गया था।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 02:08 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 02:08 PM (IST)
को¨चग संस्थानों पर वाणिज्य कर विभाग ने कसा शिकंजा

खगड़िया (मुकेश)। जिले में संचालित को¨चग संस्थानों पर वाणिज्य कर विभाग ने शिकंजा कस दिया है। इस आलोक में सूची तलब की गई है। मालूम हो कि सरकार के आदेश को रदी की टोकरी में फेंक दिया गया था। दो साल पहले सरकार की ओर से सभी डीएम और एसपी को आदेश दिया गया था कि जिले में संचालित को¨चग संस्थानों के निबंधन की प्रक्रिया अपनाई जाए। इसको लेकर डीएम, एसपी समेत अन्य स्तरों पर कमेटी बनाई गई थी। कहा गया था कि जिले में संचालित को¨चग संस्थानों की सूची तैयार कर निबंधन को लेकर अर्जी मांगी जाए। अर्जी प्राप्त होने के बाद सदर अनुमंडलाधिकारी से जांच कराकर निबंधन की प्रक्रिया अपनाई जाए। विभागीय सूत्रों की माने तो इस आलोक में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से जिले से लेकर प्रखंडों में संचालित को¨चग संस्थानों की सूची तैयार कर भेजी गई। जिसमें 111 को¨चग संस्थानों का नाम शामिल किया गया। इस आलोक में कई बार अर्जी की मांग की गई। अर्जी दाखिल किए 18 को¨चग संस्थानों के संचालकों की अर्जी को सदर व गोगरी अनुमंडलाधिकारी को जांच हेतु भेज दिया गया। बताया जाता है कि गोगरी अनुमंडल से जांच रिपोर्ट विभाग को प्राप्त हो गया, परंतु सदर अनुमंडल क्षेत्र से जांच आरंभ भी नहीं की गई। ऐसे में एक भी को¨चग संस्थान का निबंधन नहीं हो पाया और फाइल दब गई। हाल के दिनों में सरकार की ओर से फिर खोज खबर लेने पर विभागीय सक्रियता बढ़ गई है। सरकार ने मांगी रिपोर्ट

loksabha election banner

आयुक्त सह सचिव राज्य वाणिज्य कर विभाग पटना द्वारा शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को लिखे पत्र के आलोक में प्रधान सचिव की ओर से फिर सभी डीईओ से को¨चग व ट्यूटोरियल संस्थानों की सूची मांगी गई है। कहा गया है कि 1 जुलाई 2017 से बिहार माल और सेवा कर अधिनियम प्रभावी है। को¨चग एवं ट्यूटोरियल क्लासेज चलाने वाले निजी संस्थानों के संचालकों को एसजीएसटी व सीजीएसटी भुगतान करना अनिवार्य है। इस आलोक में सभी संचालित संस्थानों की सूची उपलब्ध कराई जाए। कोट:-

' सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों से उनके क्षेत्र में संचालित को¨चग संस्थानों की सूची नए सिरे से उपलब्ध कराने को कहा गया है। रिपोर्ट मिलने बाद सरकार को भेजी जाएगी।'

सुरेंद्र कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, खगड़िया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.