बीसीई में हॉस्टल का निर्माण कार्य मानक के अनुरूप नहीं, जानिए कार्यस्थल की सच्चाई
भाागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में 52 करोड़ की लागत से छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण कार्य मानक के अनुसार नहीं हो रहा है। कार्यस्थल पर प्राक्कलित राशि का बोर्ड एवं कार्य एजेंसी का नाम नहीं दर्शाया गया है।
भागलपुर [ललन तिवारी] । इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में 52 करोड़ की लागत से छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है। निर्माण कार्य मानक के अनुसार नहीं हो रहा है। बाढ़ प्रभावित इस कॉलेज में गंगा नदी से महज 25 से 30 मीटर दूरी पर निर्माण कार्य हो रहा है। अभी छात्रावास के आधार का कार्य हो रहा है।
कार्यस्थल पर नहीं लगा है निर्माण कार्य का बोर्ड
छात्रावास निर्माण स्थल पर बोर्ड तक नहीं लगाया गया है। कौन है निर्माण एजेंसी, क्या बनना है ,कितनी है प्राक्कलित राशि है और निर्माण का मानक और पूर्ण होने का अवधि कितनी है।
सांसद प्रतिनिधि ने तकनीकी टीम के साथ निर्माण कार्य का किया अवलोकन
सांसद प्रतिनिधि राजीव राय निर्माण कार्य देखने तकनीकी टीम के साथ रविवार को कार्य स्थल पर पहुंचे। वहां उन्होंने पाया कि जिस सीमेंट ईंट का उपयोग किया जा रहा है उसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं है। वह हाथ लगते ही चूर हो जा रहा है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि निर्माण कार्य में मानक का कितना ध्यान रखा जा रहा है। कहीं यह छात्रावास उदघाटन के पूर्व ही धराशाही न हो जाए। इसके अतिरिक्त निर्माण स्थल पर रखा बालू 40 से 50 परसेंट मिट्टी और शील्ड मिला हुआ है। गिट्टी की बात करें तो 20mm गिट्टी में डस्ट के साथ 6 और 10mm गिट्टी का बहुतायत मिलावट है।
सांसद के माध्यम से सरकार को दी जाएगी वस्तुस्थिति की जानकारी
सांसद प्रतिनिधि राजीव राय ने कहा की सांसद के माध्यम से वस्तु स्थिति की जानकारी केंद्र और राज्य सरकार को अविलंब कराई जाएगी ताकि बेहतर काम हो और घटिया काम करने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई हो।
क्या कहती हैं कॉलेज की प्राचार्य
उधर इंजीनियरिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ पुष्प लता ने कहा कि काम भवन निर्माण विभाग करा रही है इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन का सीधा इंवॉल्वमेंट नहीं है और ना ही कोई जानकारी है। निर्माण कार्य का मटेरियल टेस्टिंग के लिए कॉलेज को दिया जाता है। वह भी अभी तक नहीं आया है।
बोले भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता
कार्यपालक अभियंता मनोज सिंह ने कहा कि कार्यस्थल पर त्वरित बोर्ड लगाया जाएगा मानक के अनुसार ही काम करना है ।यदि कहीं कमी हो रही है तो उसमें सुधार किया जाएगा। मैं अपने स्तर से जांच कराउंगा ।