सूबे में हॉकी को मिलेगा बढ़ावा
भागलपुर । राष्ट्रीय खेल हॉकी को बढ़ावा देने के लिए हॉकी इंडिया ने बिहार के खिलाड़िया
भागलपुर । राष्ट्रीय खेल हॉकी को बढ़ावा देने के लिए हॉकी इंडिया ने बिहार के खिलाड़ियों के उत्साहवर्द्धन की कवायद शुरू कर दी है। यहां मैदान, संसाधन व कोच का घोर अभाव है। सरकारी स्तर पर ग्राउंड मिल जाए तो हॉकी इंडिया अपने स्तर से संसाधन व कोच की कमी को पूरा कर सकती है। जहां भी प्रशिक्षण की जरूरत होगी हॉकी के सीनियर खिलाड़ियों को वहां भेजा जाएगा।
भागलपुर को मिल सकती है मेजबानी
जनवरी से होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता के पूर्व राज्य के विभिन्न जिलों में छह राज्य स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। सब जूनियर बालक व बालिका, जूनियर बालक व बालिका और सीनियर महिला व पुरुष वर्ग की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता होगी। राज्य स्तरीय सब जूनियर हॉकी प्रतियोगिता दिसंबर में होगी। इसकी मेजबानी भागलपुर को मिल सकती है। हॉकी इंडिया के महासचिव मुस्ताक अहमद ने बताया कि अप्रैल में राष्ट्रीय महिला प्रतियोगिता होनी है।
हॉकी किट पा गदगद हुए खिलाड़ी
इंडोर स्टेडियम में रविवार को हॉकी इंडिया के महासचिव का खेल संघ के प्रतिनिधियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि छोटे शहरों में हॉकी खिलाड़ियों की नई खेप तैयार करने के उद्देश्य से हॉकी इंडिया प्रत्येक राज्यों में 50-50 हॉकी स्टिक वितरित करेगी। बिहार में भागलपुर, मुजफ्फरपुर, भोजपुर व सिवान में स्टिक दिया जाएगा। भागलपुर के खिलाड़ियों को मुस्ताक अहमद ने 22 हॉकी स्टिक भेंट किया। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को हॉकी किट देकर प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जा रहा है। ये तो सिर्फ शुरुआत है। अन्य खिलाड़ियों के बीच स्टिक की कमी को हॉकी बिहार पूरा करेगी। उन्होंने
खिलाड़ियों को पढ़ने के साथ-साथ लगन से खेलने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने रियो ओलंपिक में भारतीय टीम को पहले से बेहतर बताया। खिलाड़ियों में उत्साह की कोई कमी नहीं है। खेल में हार- जीत चलता रहता है। यह जरूर है कि क्वाटर फाइनल में टीम पिछड़ गई। हॉकी को लेकर भागलपुर को मुस्ताक अहमद ने पहली प्राथमिकता बताया।
टीएमबीयू क्रीड़ा परिषद के सचिव डॉ. तपन कुमार घोष कहा कि हॉकी को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय ने इसे अपने खेल कैलेंडर में शामिल कर लिया है। चार टीम की जरूरत है जो अभी नहीं बन पाई है। निचले स्तर से आने वाले खिलाड़ियों का इंतजार है। जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव नसर आलम ने समय-समय पर कैंप लगाने और खिलाड़ियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए स्कॉलरशिप के रूप में 10 हजार रुपये सरकारी सहायता देने की मांग की।
ये थे मौजूद
इस मौके पर बिहार टीम के कोच मनोज कुमार, मो. मुख्तार, शाह हसन मानी, राम गोविंद साह, नीलकमल राय, राजेश कुमार साह, नीरज राय, कुमार प्रशांत, सुबोध कुमार, मनोज कुमार आदि मौजूद थे।