कोरोना योद्धओं को नहीं मिल रही भोजन की राशि
सरकार के निर्देश के बावजूद कोरोनाकाल में स्वास्थ्य कर्मचारियों को भोजन की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे कर्मचारियों में रोष है।
भागलपुर। सरकार के निर्देश के बावजूद कोरोनाकाल में स्वास्थ्य कर्मचारियों को भोजन की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने कहा कि यहां के स्वास्थ्य अधिकारी सरकार के निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं, जबकि कर्मचारियों से रात में भी काम लिया जा रहा है।
वित्त विभाग के सचिव द्वारा मार्च में ही पत्र जारी किया गया है। पत्र के मुताबिक जो स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग से लेकर उनके इलाज में जुटे हुए हैं, उन्हें प्रतिदिन साढ़े तीन सौ राशि नकद भुगतान करना है। तीन माह गुजरने के बाद भी उन्हें राशि नहीं मिल रही है। कई बार कर्मचारियों ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और अस्पताल अधीक्षक से भी राशि देने की मांग की है। पत्र के मुताबिक अल्पाहार के लिए एक सौ और भोजन के लिए 250 रुपये देने हैं।
डॉक्टर समेत तीन दर्जन कर्मचारी हैं कार्यरत
जिले में डॉक्टर समेत तीन दर्जन से ज्यादा कर्मचारी कोरोना काल में कार्यरत हैं। इनमें संदिग्ध कोरोना मरीजों की स्क्रीनिंग, सैंपल जांच, सैंपल कलेक्शन से लेकर इलाज करने वाले डॉक्टर भी शामिल हैं। मायागंज अस्पताल के 10 और मेडिकल कॉलेज के पांच लैब टेक्नीशियनों द्वारा सैंपल लिया जाता है और जांच की जाती है। कोट :
वित्त विभाग द्वारा अल्पाहार और भोजन के मद में राशि देने का पत्र मिला है, लेकिन राशि किस फंड से दी जाए इसका जिक्र नहीं है। जिलाधिकारी से भी इस मामले में बात हुई है।
डॉ. हेमंत कुमार सिन्हा, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज