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अतिथि शिक्षकों की मांग ठुकराई, घेराव की तैयारी

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) प्रशासन ने कक्षा से रोके गए अतिथि शिक्षकों की मांग को ठुकरा दिया है। वे लोग कक्षा लेने पर रोक को हटाने की मांग कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Jun 2021 07:53 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jun 2021 07:53 PM (IST)
अतिथि शिक्षकों की मांग 
ठुकराई, घेराव की तैयारी
अतिथि शिक्षकों की मांग ठुकराई, घेराव की तैयारी

भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) प्रशासन ने कक्षा से रोके गए अतिथि शिक्षकों की मांग को ठुकरा दिया है। वे लोग कक्षा लेने पर रोक को हटाने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में गुरुवार को अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. आनंद आजाद के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता और कुलसचिव डॉ. निरंजन प्रसाद यादव से मिला था। शुक्रवार को भी शिष्टमंडल कुलसचिव से मिला। कितु उन्होंने कहा कि कक्षा पर रोक जारी रहेगी। साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही इससे रोक हटाई जाएगी।

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कक्षा से रोका जाना गलत

इस निर्णय का संघ ने विरोध किया है। वे लोग शनिवार को विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन का घेराव कर अपनी मांग रखेंगे। डॉ. आजाद ने कहा कि है कि टीएमबीयू राज्यादेश की गलत व्याख्या कर अतिथि शिक्षकों को आर्थिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का कार्य कर रहा है। आदेश में कहीं भी कक्षा से रोके जाने का की बात नहीं कही गई है। कुलसचिव से मिलने वालों में डॉ. अरुण कुमार सिंह, डॉ. सत्यम शरणम, डॉ. आनंद कुमार, डॉ. अजीत कुमार सोनू, डॉ. अरसदुज्जमा, डॉ. पवन कुमार, डॉ. अभिषेक आनंद, डॉ. रविशंकर तथा डॉ. अफसर अहमद आदि शामिल हैं।

छात्रों की बढ़ेगी परेशानी

लॉकडाउन के कारण छात्रों का सिलेबस पूरा होना संभव नहीं है। ऐसे में अतिथि शिक्षकों को कक्षा से रोके जाने के बाद उनकी परेशानी और बढ़ गई है। अभी टीएमबीयू में करीब सवा सौ अतिथि शिक्षक अपनी सेवा दे रहे थे। कक्षा से रोके जाने के बाद शिक्षकों की भारी कमी हो गई है। अतिथि शिक्षकों को सेवा से रोके जाने के बाद करीब तीन सौ पद शिक्षकों के खाली हैं। ऐसे में लगातार कक्षा करने के कारण बीच में ही छात्रों की पढ़ाई बंद हो गई है। जिससे उनके सामने भारी संकट हो गया है। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन कक्षा बहाल करके भी प्रक्रिया कर सकता था।


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