TNB College : जब Boys Hostel में आधी रात को घुसीं Girls Hostel की छात्रा, फिर तो यह होना ही था Bhagalpur News
तिमांविवि का टीएनबी कॉलेज। यहां छात्र और छात्राओं के लिए अलग अलग छात्रावास हैं। लेकिन एक दिन एक छात्रा को मध्य रात में छात्र के छात्रवास में घुसते देखा गया।
भागलपुर [जेएनएन]। टीएनबी कॉलेज के यूजीसी छात्रावास (ब्वॉयज) में आधी रात पार्ट थ्री छात्र के कमरे से एक लड़की के पकड़े जाने के बाद हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ। छात्रावास से पकड़ी गई लड़की टीएनबी गर्ल्स हॉस्टल की थी। वह शाम में घर जाने की बात कहकर हॉस्टल से निकली थी, लेकिन पास ही स्थित यूजीसी छात्रावास चली गई।
रात को पीजी छात्रावास के छात्रों को इसकी जानकारी हुई तो वे लोग हॉस्टल पहुंचे और हंगामा करने लगे। उन लोगों ने रात में ही कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय कुमार चौधरी को जानकारी दी। उन्होंने गार्ड को यूजीसी हॉस्टल भेजा। तब तक दोनों हॉस्टल की दीवार फांदकर भाग निकल चुके थे।
अनुशासन कमेटी ने दोनों को किया निष्कासित
घटना को लेकर कॉलेज प्राचार्य ने अनुशासन कमेटी की बैठक की। चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई। इसमें दोनों छात्रावास के अधीक्षक, अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष और इतिहास की शिक्षक डॉ. अर्चना को शामिल किया गया। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में दोनों को दोषी पाया। रिपोर्ट को आधार बनाकर प्राचार्य ने छात्र और छात्रा को हॉस्टल व कॉलेज से निष्कासित कर दिया। मामले की जानकारी दोनों छात्रों के परिजनों को भी दी गई। छात्रा इसी कॉलेज में जंतु विज्ञान और छात्र राजनीतिक शास्त्र की पढ़ाई करता है।
हॉस्टल पहुंचा आरोपित छात्र
जिस छात्र के कमरे में छात्रा पकड़ी गई थी वह जब हॉस्टल पहुंचा। यह देख कुछ छात्र आगबबूला हो गए। उन लोगों ने प्राचार्य को सूचना दी। उस समय छात्र के साथ छात्रा नहीं थी। उसने बताया कि छात्रा अपने घर चली गई है।
गर्ल्स हॉस्टल की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने टीएनबी के गर्ल्स और यूजीसी छात्रावास की सुरक्षा की पोल खोल कर रख दी है। जिस तरह छात्रा अपने हॉस्टल कर्मियों की आंखों में धूल झोंक कर घर जाने के नाम पर यूजीसी हॉस्टल आ गई। ऐसे में यदि छात्रा के साथ अनहोनी होती तो इससे कॉलेज की किरकिरी होती। वहीं, यूजीसी हॉस्टल के भी गार्ड और अधीक्षक को इसकी जानकारी नहीं होना, अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। छात्रों के मुताबिक इसके पूर्व भी आरोपित छात्र उक्त छात्रा को लेकर छात्रावास आता था। उसे कोई रोकता-टोकता नहीं था।