स्लाइन नहीं चढ़ने से बच्ची की मौत, परिजन ने अस्पताल में काटा बवाल
डायरिया पीड़ित बच्ची की मौत हो गई। मौत के बाद परिजन ने अस्पताल में जमकर बवाल काटा।
मुंगेर। सदर अस्पताल में सोमवार की सुबह डायरिया पीड़ित बच्ची की मौत हो गई। मौत के बाद परिजन ने अस्पताल में जमकर बवाल काटा। परिजन के आक्रोश को देखकर स्वास्थ्य कर्मी दुबक गए। नर्स दूसरे कमरे में जाकर छिप गई। करीब तीन घंटे तक हंगामा होता रहा। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस पहुंची, किसी तरह परिजन को शांत कराया। परिजन ने मौत की वजह इलाज में लापरवाही बताया।
कासिमबाजार थाना क्षेत्र के डकरा निवासी अमो मंडल ने 12 वर्षीय बेटी करीना को उल्टी-दस्त की शिकायत पर रविवार को अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती कराया। जहां इलाज के बाद दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। जहां उसे स्लाइन चढ़ाया जा रहा था। रात 11 बजे स्लाइन खत्म होने के बाद करीना की तबियत और बिगड़ने लगी। इसके बाद परिजन दूसरा स्लाइन चढ़ाने के लिए नर्स कक्ष में गए तो नर्स कमरा बंद था। आवाज देने के बाद भी कमरा नहीं खुला। काफी देर चिल्लाने के बाद भी कमरा नहीं खुला। बिना स्लाइन मरीज की हालत और बिगड़ने लगी। इस बीच सुबह पांच बजे करीना ने दम तोड़ दिया।
बाहरी लोगों से लिया जा रहा काम
सदर अस्पताल में नर्सों की मनमानी इस कदर हावी है कि वह अपनी ड्यूटी भी सही तरीके से नहीं कर पा रही है। अस्पताल में रात्रि ड्यूटी पर तैनात नर्सें आराम करती हैं। इसके जगह दूसरी महिलाओं को सौ से डेढ़ सौ रुपये देकर स्लाइन और इंजेक्शन देने का काम करवाती है। रविवार को भी बाहरी महिला ने ही करीना को स्लाइन चढ़ाया था। लेकिन 11 बजे के बाद काम कर रही बाहरी महिला भी सो गई थी।
महिला की जमकर पिटाई
बच्ची की मौत के बाद गुस्साए परिजन ने नर्स के कहने पर वार्ड में बच्ची को स्लाइन चढ़ाने वाली महिला की जमकर पिटाई कर दी। महिला किसी तरह जान बचाकर भागी। परिजन की मानें तो रात्रि पहर में एक भी नर्स काम नहीं करती है। आपस में चंदा करके बाहरी महिलाओं को अपने बदले काम करवाती है। अस्पताल प्रशासन ने मामले को काफी गंभीरता से लिया है।
नर्स पर होगी कार्रवाई
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. राकेश कुमार ¨सह ने कहा कि अस्पताल में अब एक भी बाहरी महिला से काम नहीं लिया जाएगा। अगर ऐसा होता है तो संबंधित नर्स पर कार्रवाई की जाएगी।