गणेशी यादव हत्याकांड : गांव में खौफ से पसरा सन्नाटा, मुखिया समेत छह पर केस दर्ज Bhagalpur News
खुटाहा गांव में गुरुवार की रात हुई गोलीबारी के दौरान गणेशी यादव की हत्या के बाद तनाव का माहौल है। गांव में खौफ के कारण चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ है।
भागलपुर [जेएनएन]। खुटाहा में सेवानिवृत्त फौजी गणेशी यादव की हत्या मामले में उनकी पत्नी सरस्वती देवी ने पंचायत के मुखिया विरेंद्र यादव सहित छह लोगों के विरुद्ध केस दर्ज कराया है। इसमें मुखिया के अलावा उनके भाई करीब 10 वर्षों से फरार रविंद्र यादव, सुबुक लाल यादव, सोहित यादव, रोहित यादव और मोहित यादव को आरोपित बनाया गया है। पत्नी ने जमीन विवाद को लेकर हत्या की बात कही है।
उन्होंने बताया कि कि वे लोग कांग्रेसी यादव की बरात में शामिल होने के लिए निकले थे। उसी समय पड़ोस के सोहित, रोहित यादव, मोहित यादव, सुबुकलाल यादव, रविंद्र यादव और विरेंद्र यादव वहां मौजूद थे। उनके पति को देखते ही उन सभी ने उनके साथ गाली गलौज शुरू कर दिया। विरोध करने पर सभी आरोपित कारबाइन और राइफल लेकर आ गए। उन लोगों ने हवाई फायरिंग शुरू कर दी। जब वे लोग बीच बचाव करने के लिए पहुंचे तो उन्हें भी धक्का देकर गिरा दिया।
इसके बाद विरेंद्र यादव, रविंद्र यादव और सोहित यादव उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद सुबुक लाल यादव ने थैले से निकालकर एक लोडेड मैगजीन उन लोगों को दे दी। फिर सभी ने मिलकर पति को गोली मार दी। उनके जमीन पर गिरते ही सभी वहां से भाग निकले। डीजे के तेज आवाज के कारण ग्रामीणों को पता नहीं चला और वे लोग पति को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि आरोपितों फायरिंग के दौरान ही सोहित यादव को गोली लगी है।
खुटाहा गांव में खौफ से पसरा सन्नाटा, 24 घंटे पुलिस कैंप
खुटाहा गांव में गुरुवार की रात हुई गोलीबारी के दौरान गणेश यादव की हत्या के बाद तनाव का माहौल है। गांव में खौफ के कारण चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ है। घटना के बाद रात से ही गांव में पुलिस कैंप कर रही है। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि मामले में मृतक की पत्नी के बयान पर केस दर्ज कर लिय गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि गांव में स्थिति पूरी तरह नियंत्रित है। गांव में अतिरिक्त फोर्स अफसर के साथ तैनात कर दिया गया है।
घटना के कई प्रत्यक्षदर्शी, कोई नहीं खोल रहा मुंह
जिस समय घटना हुई, उस वक्त गांव के दर्जनों लोग वहां मौजूद थे। लेकिन कोई भी इस मामले में पुलिस या अन्य लोगों के पास अपना मुंह नहीं खोल रहा है। घर पर शव पहुंचते ही आसपास के गावों से भी काफी संख्या में महिलाएं व पुरुष गणेश के घर आ जा रहे थे। गांव में प्रवेश करते ही घरों के बरामदे पर लोगों की भीड़ दबी जुबान से घटना के बारे में चर्चा कर रही थी।
कई राउंड चली थी गोली
कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रात में डीजे के आवाज में फायरिंग की आवाज दब गई थी। दोनों पक्षों में कई राउंड फायरिंग हुई है। उनका कहना है कि कई घंटे तक तो पुलिस को भी गणेश के मौत की जानकारी नहीं थी। अब ग्रामीणों को भी पुराना दौर लौटने की आशंका पर भय महसूस हो रहा है।
आज हुआ दाह संस्कार
गणेश के बड़े बेटे फौजी हैं। वे जम्मू-कश्मीर स्थित बारामूला में तैनात हैं। वे शुक्रवार को गांव पहुंचे। इसके बाद ही उन्हें दाह संस्कार के लिए ले जाया गया। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।