जेल में बंद चार सजावार कैदियों को उद्धारक की तलाश Bhagalpur News
सजा काट लेने के बाद भी कैदियों को जेल से मुक्ति इसलिए नहीं मिल पा रही कि उनकी जुर्माना राशि भरने वाला कोई नहीं। ऐसे कैदियों को वैसे उद्धारक की तलाश है जो उनके जुर्माना राशि दे सके।
भागलपुर [कौशल किशोर मिश्र]। सूबे के चुनिंदा जेलों में शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा, विशेष केंद्रीय कारा और पूर्णिया केंद्रीय कारा जेल में चार ऐसे बंदी मुक्ति का इंतजार कर रहे है, जिनकी सजाएं पूरी हो चुकी है। सजा काट लेने के बाद भी इन्हें जेल से मुक्ति इसलिए नहीं मिल पा रही कि उनकी जुर्माना राशि भरने वाला कोई नहीं। ऐसे कैदियों को वैसे उद्धारक की तलाश है जो उनके जुर्माना राशि भर कर उन्हें मुक्त करा सके। जुर्माना राशि अदा नहीं करने की सूरत में इन्हें अतिरिक्त कारावास काटनी पड़ रही है। कोई अपना इनसे मिलने नहीं आ पाता। इसलिए कि उनके पास जुर्माना राशि जमा करने की कूबत नहीं।
शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा भागलपुर में बंद हैं तीन बंदी
शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा भागलपुर में तूली तांती, शिवनारायण सिंह और पिंकू यादव उर्फ बहरा बंद है। पूर्णिया जेल में तुराई उर्फ शिवना मंडल बंद हैं। इनमें तूली तांती को पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। शिवशंकर को 25 हजार का जुर्माना और पिंकू यादव को 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जेल अधीक्षक रूपक कुमार और उपाधीक्षक राकेश कुमार सिंह की माने तो तीनों कैदी अपनी सजा पूरी कर चुके हैं। अतिरिक्त सजा काट रहे हैं।
पूर्णिया जेल में बंद है एक कैदी
अपहरण में सजा काट चुके पूर्णिया जेल में बंद तुराई उर्फ शिवना मंडल को 85 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। कारा अधीक्षक इंजीनियर जितेंद्र कुमार ने बताया कि ऐसे कैदियों के अपने मानवीय संवेदना जताने भी नहीं पहुंच पाते। तुराई की सजा पूरी हो चुकी है। वह अतिरिक्त सजा काट रहा है।
चारों कैदी काट चुके हैं सजा : इन चारों बंदी जेल में अपनी सजा अवधि काट चुके हैं। जुर्माना राशि अदा नहीं करने की सूरत में अतिरिक्त कारावास काट रहे हैं।
आगरा के व्यवसायी ने 17 कैदियों को जन्मदिन पर जुर्माना भर कर दिलाई मुक्ति
देश की जेलों में सजा काट लेने के बाद भी बंद ऐसे कैदियों को मुक्ति दिलाने की दिशा में उत्तर प्रदेश के आगरा के स्थानीय व्यवसायी ने नेक कदम उठाया। आगरा जेल में विभिन्न मुकदमों में सजा काट चुके 17 बंदियों को वहां के स्थानीय व्यवसायी मोती लाल यादव ने मुक्ति दिलाई। व्यवसायी ने अपने 73वें जन्मदिवस पर उन बंदियों पर लगाई गई जुर्माना राशि चुकता किया और जेल से मुक्ति दिलाई। उन्हें भोजन भी कराया। व्यवसायी मोती लाल यादव ने अपने अधिवक्ता बेटे से इस संबंध में राय ली। आगरा जेल के अधीक्षक शशिकांत मिश्रा से मिलकर अपनी इच्छा जताई। उन्हें बताया कि वह समाचार पत्र में ऐसे बंदियों के जेल में बंद होने की जानकारी मिली। बेटे से राय ली और फैसला किया कि उन 17 कैदियों की जुर्माना राशि का भुगतान वह करेंगे। व्यवसायी मोती लाल ने आगरा जेल में बंद ऐसे 17 कैदियों की जुर्माना राशि 32,380 रुपये का भुगतान किया। जेल प्रशासन ने उन बंदियों को 10 अगस्त को मुक्त कर दिया।
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