जीपीएस लगे वाहन को भी उड़ा लेते थे चोर, गिरफ्त में आए वैशाली और मुजफ्फरपुर के आरोपित
भागलपुर पुलिस ने मंगलवार शाम को अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों में तीन मुजफ्फरपुर और एक वैशाली के हैं।
भागलपुर (जेएनएन)। शहर में बढ़ती चार पहिया वाहनों की चोरी और तस्करी की घटनाओं की रोकथाम के लिए एसएसपी आशीष भारती ने सिटी डीएसपी राजवंश सिंह के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया था। एसएसपी द्वारा एसआइटी ने इस दौरान अंतरराष्ट्रीय चार पहिया वाहन चोरी और तस्करी गिरोह का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने मुजफ्फरपुर के तीन और वैशाली के एक अपराधी को गिरफ्तार किया है। उनके पास से पुलिस ने चोरी के तीन वाहन, पांच मोबाइल और दो एटीएम, पैनकार्ड, आधार कार्ड, जीपीएस क्रेकर बरामद किया है। यह जानकारी एसएसपी ने मंगलवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।
एक अपराधी वैशाली का तो तीन मुजफ्फरपुर का
गिरफ्तार अपराधियों वैशाली जिले के मक्कईया थाना के ठिकाहा गांव निवासी कन्हाई साह, मुजफ्फरपुर जिला के पियर थाना इलाके के महेशापुर गांव निवासी मु. अली उर्फ राजा, करजा थाना इलाके के फंदा गांव निवासी नरेश महतो और काजी मोहम्मदपुर थाना इलाके के आमगोला निवासी शत्रुघ्न कुमार उर्फ चंदन शामिल है। इनके पास से पुलिस ने तीन वाहनों का स्मार्ट ओनरशिप कार्ड और जीपीएस ट्रैकर बरामद किया है। जिससे वह इस बात का पता लगाता था कि वाहन में जीपीएस लगा है या नहीं। इसके बाद उसका जीपीएस डिएक्टिवेट करता था। ताकि वाहन को दोबारा ट्रैक नहीं किया जा सकता है।
टावर डंप करने पर मिला अपराधियों का सुराग
वाहन चोरी की कुछ घटनाओं में पुलिस ने देर रात घटनास्थल का टावर डंप कराया। कई घटनास्थल पर एक ही तरह के संदिग्ध नंबरों को जब पुलिस ने सर्विलांस पर लिया तो कन्हाई गिरोह के बारे में सुराग मिला। इसके बाद एसआइटी के सदस्यों ने दो दिनों तक मुजफ्फरपुर में कैंप कर गिरोह की गतिविधि भांपी और कन्हाई पर नजर रखी। मंगलवार को सैंडिस कंपाउंड के समीप से चारों अपराधियों को सेंट्रो कार के साथ गिरफ्तार किया गया। जबकि दो स्कार्पियो गाड़ी उन लोगों की निशानदेही पर बरामद की गई।
अन्य जिलों के पुलिस से किया गया संपर्क
अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह का उद्भेदन होने के बाद पुलिस ने अन्य जिलों में भी चोरी हुए वाहनों को लेकर संपर्क किया। बरामद स्कार्पियो गया के रामपुर और चंदौती इलाके से चोरी किए गए थे। इस गिरोह ने भागलपुर में 2018 के मार्च में इशाकचक और बरारी से एक-एक गाड़ी, अप्रैल माह में इशाकचक और तिलकामांझी से एक-एक वाहन, मई माह में जोगसर से एक और तिलकामांझी से दो गाड़ी, जून में तातारपुर से एक गाड़ी, जुलाई में बबरगंज से एक गाड़ी, अगस्त में जोगसर से एक गाड़ी, सितंबर में जोगसर और तिलकामांझी से एक-एक गाड़ी और अक्टूबर में मोजाहिदपुर से एक गाड़ी चोरी मामले में ये गिरोह शामिल है।
सोनबर्षा बार्डर के रास्ते नेपाल लेकर चले जाते थे गाड़ी
एसएसपी ने बताया कि कन्हाई साह गिरोह के अपराधी सेंट्रो कार से विभिन्न जिलों में रात एक बजे से सुबह तीन बजे तक घूमते हैं। वहीं मौका लगते ही सुनसान देखकर वे बोलेरो, स्कार्पियो और सुमो गोल्ड गाड़ी को मास्टर चाभी से खोल लेते थे। इसके बाद रातों रात गाड़ी लेकर वे मुजफ्फरपुर राम दयालु मलंग स्थान के पास गिरोह के रिसिभर को दिया जाता था। जिसे वे लोग सोनबर्षा के रास्ते नेपाल लेकर चला जाता था। वहां चोरी की गाडिय़ा खपाई जाती थी।
एसआइटी को किया जाएगा पुरस्कृत
एसआइटी में शामिल पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा। एसएसपी की टीम में इशाकचक इंस्पेक्टर राम एकबाल यादव, तिलकामांझी प्रभारी संजय कुमार सत्यार्थी, बरारी प्रभारी, रोहित कुमार सिंह, जीरोमाइल प्रभारी रंजन कुमार, डीआयू प्रभारी अजीत कुमार, सिपाही राकेश कुमार और पंकज कुमार शामिल है।