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करमा धरमा पर पसरा मातमी सन्‍नाट, बांका के मुंगिया बांध केनाल में डूबने से चार बच्चियों की मौत

भाई बहन के अनूठे और पवित्र प्रेम को समर्पित लोक पर्व करमा धरमा के दौरान उस समय मातमी सन्‍नाटा पसर गया जब बांध में डूबने से चार बच्चियों की मौत हो गई।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 25 Aug 2020 03:12 PM (IST)Updated: Tue, 25 Aug 2020 03:12 PM (IST)
करमा धरमा पर पसरा मातमी सन्‍नाट, बांका के मुंगिया बांध केनाल में डूबने से चार बच्चियों की मौत
करमा धरमा पर पसरा मातमी सन्‍नाट, बांका के मुंगिया बांध केनाल में डूबने से चार बच्चियों की मौत

बांका, जेएनएन। जिले के शंभूगंज प्रखंड के कामतपुर पंचायत अंतर्गत घोषपुर गांव स्थित मंगिया बांध में मंगलवार को डूबने से चार बच्चियों की मौत हो गई। जबकि ग्रामीणों की सजगता से चार दर्जन बच्चियों को बचा लिया गया है। मृत बच्चियों की उम्र दस से बारह साल की थी। सभी लोक पर्व करमा-धरमा को लेकर स्नान करने के लिए गई थीं। पुलिस ने सभी शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया है। घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया है।

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जानकारी के अनुसार गांव की करीब पांच दर्जन बच्चियां करमा- धरमा के अवसर पर अपने भाई की दीर्घायु उम्र की कामना को लेकर बांध केनाल में स्नान करने गई थी। अधिक पानी होने के कारण एक के बाद एक-एक कर चारों बच्चियों की डूबने से मौत हो गई। मृतकों में प्रमोद यादव की पुत्री नेहा कुमारी , दिनेश यादव की पुत्री ताप्ती कुमारी (12 वर्ष), गोरेलाल पोद्दार की पुत्री नीलू कुमारी एवं अरूण पोद्दार की पुत्री सविता कुमारी (10 वर्ष ) शामिल हैं।  सभी बच्ची मध्य विद्यालय घोषपुर की छात्रा थीं। इसमें नेहा एवं ताप्ती सातवीं कक्षा की छात्रा थीं। जबकि नीलू छठी एवं सविता पांचवीं वर्ग में पढ़ती थीं। घटना के बाद बांका के एसडीपीओ डीसी श्रीवास्तव , सीओ अशोक कुमार ङ्क्षसह एवं थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद घटनास्थल पर पहुंचकर मृत बच्चियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया है।

स्वजनों ने बताया कि मंगलवार को चारों बच्चियां सुबह गांव में ही ट्यूशन पढऩे गई थीं। घर आने के बाद करमा- धरमा पर्व के नहाय खाय को लेकर गांव के करीब पांच दर्जन बच्चियां समूह बनाकर गांव से दक्षिण करीब दो सौ मीटर दूर स्नान करने मंगिया बांध गई। जहां स्नान के दौरान पहले ताप्ती कुमारी एवं सविता कुमारी अथाह पानी में चली गई। सहेली को डूबते देख नेहा एवं नीलू भी बचाने कूद गई। यह देख अन्य सहेलियों ने भी चीखना - चिल्लाना शुरु कर दिया। जिसकी आवाज सुनकर बांध के समीप बहियार में काम कर रहे किसान दौड़कर पहुंचे और डूब रही अन्नू कुमारी, मौसम कुमारी, साक्षी कुमारी, सोनाली कुमारी सहित एक दर्जन बच्चियों को बाहर निकालने का काम किया।  बाद में जब उक्त चारों बच्चियों को अचेतावस्था में बाहर निकाला गया, जब तक कि ग्रामीण सभी को चिकित्सक के पास ले जाते चारों ने दम तोड़ दिया। 

घटना दुखद है। सभी मृत बच्चियों के स्वजनों को आपदा प्रबंधन के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता दी जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। - अशोक कुमार सिंह, सीओ शंभूगंज


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