सबौर के आधा दर्जन बांध क्षतिग्रस्त, कहलगांव-भागलपुर मार्ग हो सकता है ध्वस्त
गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे रहने के बाद भी सबौर, रंगरा सहित कई अंचलों में बांध क्षतिग्रस्त हो रहे हैं।
भागलपुर। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे रहने के बाद भी सबौर, रंगरा सहित कई अंचलों में बांध क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। जल्द मरम्मत कार्य शुरू नहीं किया गया तो पिछले साल की तरह ही इस साल भी कहलगांव-भागलपुर मार्ग ध्वस्त हो सकता है। सड़क संपर्क भंग होने से लाखों लोगों को परेशानी होगी।
सीओ ने बांधों की जांच कर संभावित खतरे से डीएम को अवगत करा दिया है। बाढ़ से बचाव के लिए बांधों की मरम्मत कराने का अनुरोध एसडीओ से किया है। एसडीओ ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को छह स्थानों को चिह्नित कर मरम्मत करने के लिए पत्र लिखा है।
सदर एसडीओ आशीष नारायण ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को शंकरपुर, घोषपुर मसाढ़ू सहित छह स्थानों पर मरम्मत की आवश्यकता जताई है।
एसडीओ ने ममलखा पंचायत में रामनगर से शंकरपुर तक, चांयचक गंगा किनारे से रामनगर तक थाना नंबर 37 और 38 तथा थाना संख्या 39 में रामनगर से शंकरपुर कोदवार तक तथा मसाढ़ू से चांयचक सहित फरका में मध्य विद्यालय घोषपुर से तांती टोला तक मरम्मत करने की आवश्यकता जताई है। एसडीओ ने कहा है कि मिर्जाचौकी से भागलपुर तक आवागमन के लिए महत्वपूर्ण पथ सबौर अंचल होकर ही है। इस पथ पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में बड़े, मध्यम एवं छोटे वाहनों का आवागमन होता है। कहललगांव से भागलपुर पथ अगर बाढ़ से प्रभावित हो जाता है तो आमजनों को काफी कठिनाई होगी। इसलिए इस पथ पर परिचालन बनाए रखने के लिए बांध की मरम्मत आवश्यक है। डीएम ने भी बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल को निर्देश दिया है।