मछली पालन से दोगुनी होगी आय, खुलेंगे रोजगार के नए द्वार, आप भी जानें... कैसे होगा लाभ
मछली उत्पादक किसानों को बेहतर बाजार मूल्य मिले इसके लिए उन्हें साथ लेकर एक कमेटी भी बनाई जाएगी। जिले में एक प्रोटो टाइप मॉडल तैयार किया जाएगा।
भागलपुर [अमरेंद्र कुमार तिवारी]। कोरोना के संकट काल में शहरों से गांव लौटे लोगों को मछली पालन व्यवसाय कई तरह के रोजगार उपलब्ध कराएगा। इस व्यवसाय से न सिर्फ किसानों की आमदनी दोगुनी होगी बल्कि लोगों को भी ताजी मछलियां खाने को मिलेगा।
मछली उत्पादक किसानों को बेहतर बाजार मूल्य मिले, इसके लिए उन्हें साथ लेकर एक कमेटी भी बनाई जाएगी। कुछ इसी तरह का पानी और मछली उत्पादन से जुड़ा एक स्टार्टअप 'फिश फॉर आल' राजीव सिंह ने राज्य सरकार को समर्पित किया था जिसे राज्य सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। आइआइएम रांची से एमबीए डिग्री प्राप्त राजीव को पानी की योजनाओं में इनको 10 वर्षो का बेहतर अनुभव भी है।
जागरूकता के लिए बनाया जाएगा प्रोटो टाइप मॉडल
मछली उत्पादन से किसानों को जोडऩे के लिए जिले में एक प्रोटो टाइप मॉडल तैयार किया जाएगा। जहां किसानों को प्रशिक्षण भी दिए जाएंगे। यह योजना जिले में जल्द धरातल पर उतारी जाएगी। ताकि अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सकें।
तकनीकी सहयोग के लिए बीएयू को जोड़ा
राज्य सरकार ने फिश फॉर आल योजना को चयन कर बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर और उद्योग विभाग को इस योजना में तकनीकी सहयोग के लिए नियुक्त किया
क्या है स्टा्रर्टअप
इस योजना में आधुनिक तकनीक से पानी की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा। जिससे तालाब में पल रही मछलियों के उत्पादन में दो से तीन गुने वृद्धि हो जाएगी। इस तकनीक को मोबाइल एप से जोड़कर पानी में होने वाले परिवर्तन को भी देखा जा सकेगा। किसानों को सही दाम मिले इसके लिए उनके उत्पाद को बेचने के लिए कमेटी बनाइ्र्र जाएगी।