मुखिया पुत्र की दबंगई, लाइसेंसी पिस्टल की ताबड़तोड़ फायरिंग
मुखिया पुत्र सुमित कुमार स्कूल परिसर में लगे पेड़ को मजदूर से जबरन कटवाया जा रहा था, जिसका किसान ने विरोध किया तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि गोली किसी ने नहीं लगी।
भागलपुर [जेएनएन]। खरीक के तेलघी गांव में गुरुवार को मुखिया पुत्र सुमित कुमार ने दिनदहाड़े वृद्ध किसान संजीव कुमार सिंह पर अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायर झोंक दिया। गनीमत रही कि गोलीबारी में किसान बाल-बल बच गया। वहां से भागकर किसान खरीक थाने पहुंचा और मुखिया पुत्र के खिलाफ जान मारने की नीयत से गोली चलाने का मामला दर्ज कराया। मामला, विद्यालय परिसर में लगे पेड़ की कटाई से जुड़ा है। सुमित तेलघी पंचायत की मुखिया शांति देवी का पुत्र और मुखिया प्रतिनिधि भी है।
किसान के अनुसार मुखिया पुत्र सुमित कुमार द्वारा स्कूल परिसर में लगे पेड़ को मजदूर से जबरन कटवाया जा रहा था, जिसका मैंने विरोध किया। क्योंकि गांव में स्कूल के लिए हमारे वंशज ने जमीन दान दी थी। इस पर मुखिया पुत्र ने कहा कि यहां से चुपचाप चले जाओ, अन्यथा जान से मार देंगे। इसके बाद भी मेरे द्वारा विरोध करने पर मुखिया पुत्र ने अपने लाइसेंसी पिस्टल से मेरे उपर जान मारने की नीयत से ताबड़तोड़ तीन गोलियां चला दी। किसी तरह मैं बाल-बाल बच गया। गोलियां की आवाज सुन स्कूल के शिक्षक और बच्चे भागने लगे। घटना के वक्त मेरे साथ मेरा भतीजा आनंद कुमार उर्फ पप्पू भी था। दोनों वहां से जान बचाकर भागे।
मुखिया पुत्र ने भी लगाया गोली चलाने का आरोप
किसान पर गोलीबारी की घटना के बाद मुखिया पुत्र सुमित कुमार ने भी थाने में आवेदन दिया। लिखा है कि मुझे सूचना मिली कि संजीव उर्फ संजय सिंह नाम का व्यक्ति अपने चार सहयोगियों के साथ मेरे मजदूर के साथ गाली-गलौज कर भाग रहा है। वहां पहुंचा तो सभी मुझसे उलझ गए और काम करने के एवज में पच्चीस हजार रुपये मांगे। विरोध करने पर जान मारने की नीयत से गोली चला दी। बचाव में जब मैंने अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकाली तो उसे छीनने का प्रयास किया। इसी दौरान फायरिंग हुई तो सभी आरोपित पीछे हट गए।
थानाध्यक्ष दुबेदेव गुरु ने कहा कि दोनों पक्षों द्वारा थाने में आवेदन दिया गया है। घटना की जांच की जा रही है।