पुलवामा आतंकी हमला : रतन की शहादत की खबर मिलते ही पिता ने कही ये बड़ी बात...
जम्मू कश्मीर के पुलवामा इलाके में हुए आतंकी हमले में 44 जवान शहीद हो गए जिसमें बिहार के भागलपुर के रहनेवाले रतन कुमार ठाकुर भी शामिल थे। बेटे की शहादत पर पिता को गर्व है।
भागलपुर, जेएनएन। पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए बिहार के लाल रतन कुमार ठाकुर के पिता राम निरंजन ठाकुर ने कहा कि उन्हें उनके बेटे की शहादत पर गर्व है। देश के लिए उनका एक बेटा शहीद हुआ तो क्या वे दूसरे बेटे को भी देश की सेवा में भेजेंगे। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने कायरतापूर्ण कार्य किया है। देश को इसका जवाब देना चाहिए।
भैया (रतन) ने दोपहर एक बजे भाभी राजनंदनी को कॉल कर श्रीनगर जाने की बात बताई थी। कहा था कि वहां पहुंचकर रात को फोन करेंगे। भैया का फोन तो नहीं आया। रात करीब साढ़े आठ बजे पापा के मोबाइल पर एरिया कमांडर का फोन आया। उन्होंने जैसे ही भैया के शहीद होने की जानकारी देनी चाही, पापा ने फोन मुझे थमा दिया।
फोन करने वाले ने पहले मुझे परिचय पूछा। फिर बताया कि आपके भाई बहुत ही बहादुर थे। आत्मघाती हमले में वे शहीद हो गए। यह सुनते ही मिलन रोने लगा। एरिया कमांडर ने उन्हें ढांढस बंधाते हुए परिवार को संभालने की बात कही।
शहीद जवान रतन कुमार ठाकुर भागलपुर के अमडंडा इलाके के रतनपुर, मदारगंज निवासी राम निरंजन ठाकुर के पुत्र थे। उनका पूरा परिवार इशाकचक गुमटी नंबर-12 स्थित भट्ठा रोड में गोपाल पासवान के मकान में किराए पर रहता है।
रतन की शादी 2014 में बांका जिले के बौंसी की रहने वाली राजनंदनी से हुई थी। उन्हें तीन साल का बेटा कृष्णा है। बेटा स्टेपिंग स्टोन किड्स प्ले स्कूल में पढ़ता है। राजनंदनी पांच माह की गर्भवती है। रतन विगत जुलाई 2018 में घर आए थे। चार भाई बहनों में वे सबसे बड़े थे। रतन घर में एकलौते कमाने वाले थे।
उनके भाई ने बताया कि भैया 2011 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए। फिलहाल पोस्टिंग श्रीनगर के बंदीपुरा में थी। वह 45वें बटालियन के जवान थे।