मुंगेर विश्वविद्यालय : छात्र पढ़ेंगे, रिश्तों की डोर कैसे हो मजबूत, राजभवन ने भी दी स्वीकृति Munger News
पढ़ाई शुरू करने के लिए सिलेबस तैयार कर लिया गया है। पाठ्यक्रम में परिवार का बेहतर तरीके से संचालन रिश्तों का सम्मान शिशु महिलाओं व बुजुर्ग सदस्यों की सेहत की देखभाल विषय होंगे।
मुंगेर [अजीत पाठक]। पारिवारिक रिश्तों की डोर को मजबूत करने के लिए ठीक वैसे ही प्रबंधन की पढ़ाई होगी, जिस तरह जल, पर्यावरण, स्वास्थ्य या दूसरे क्षेत्र में होती है। बदलते परिवेश में तो बिहार के थानों में भी प्रबंधक नियुक्त किए गए हैं।
परिवार प्रबंधन के नए कोर्स की पहल मुंगेर विश्वविद्यालय ने की है। मौजूदा परिवेश में जिस तरह एकल परिवार की संस्कृति विकसित होने से रिश्तों में दूरियां बढ़ी हैं, उसने बच्चों से बड़ों का प्यार छीना है तो बुजुर्गों से बच्चे भी दूर हो रहे हैं। रिश्ते टूटते हैं, पारिवारिक तनाव बढ़ता है, जबकि भारतीय समाज की पारिवारिक व्यवस्था से दुनिया प्रेरणा लेती रही है। परिवार प्रबंधन रिश्तों की इसी डोर को मजबूत करेगा। विश्वविद्यालय के अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में यह भी शामिल होगा। दो वर्षीय यह कोर्स स्नातकोत्तर के समकक्ष होगा। इसमें स्नातक उत्तीर्ण छात्र नामांकन ले सकेंगे।
रिश्तों से स्वास्थ्य तक की बात
पढ़ाई शुरू करने के लिए सिलेबस तैयार कर लिया गया है। इस पाठ्यक्रम में परिवार का बेहतर तरीके से संचालन, रिश्तों का सम्मान, शिशु, महिलाओं और बुजुर्ग सदस्यों की सेहत की देखभाल आदि विषय होंगे। छात्रों को रिश्तों की मजबूती और दरकते रिश्तों को जोडऩे के गुर सिखाए जाएंगे। राजभवन ने परिवार प्रबंधन की पढ़ाई शुरू करने की स्वीकृति दे दी है।
कमेटी ने तैयार किया सिलेबस
परिवार प्रबंधन का पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए मुंगेर विश्वविद्यालय ने एक कमेटी का गठन किया। आरडी एंड डीजे कॉलेज की अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. रंजना सिंह समन्वयक, जबकि बीआरएम कॉलेज के गृहविज्ञान विभाग की अध्यक्ष निर्मला कुमारी, जमालपुर कॉलेज जमालपुर के मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश, डॉ. कुमकुम सिंह, मुकेश कुमार सदस्य थे। पांच सदस्यीय कमेटी ने पाठ्यक्रम भी लगभग तैयार कर लिया है। पुस्तकों का प्रकाशन शीघ्र हो जाएगा।
परिवार प्रबंधन के पाठ्यक्रम में मनोविज्ञान, गृहविज्ञान, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र से जुड़े विषय शामिल किए गए हैं। बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल कैसे करें, घर का कोई सदस्य बीमार पड़ जाए, तो प्राथमिक उपचार कैसे कर सकते हैं, अस्पताल से लौटने के बाद मरीज की घर में देखभाल जैसे विषय भी शामिल किए गए हैं। - डॉ. रंजना सिंह, विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र, आरडी एंड डीजे कॉलेज, मुंगेर
मुंगेर विश्वविद्यालय में शीघ्र ही परिवार प्रबंधन की पढ़ाई शुरू होगी। पुस्तकों का प्रकाशन भी शीघ्र हो जाएगा। छात्र-छात्राओंको परिवार को सुदृढ़ करने और रिश्तों को मजबूत बनाने के गुर सिखाएं जाएंगे। इसकी डिग्री लेने के बाद वे सोशल काउंसलर बन सकते हैं। विधिक प्राधिकार, पुलिस प्रशासन में भी ऐसे काउंसलर रखे जा रहे हैं। निजी क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। आने वाले समय में इसकी ज्यादा मांग होगी। - प्रो. रंजीत कुमार वर्मा, कुलपति, मुंगेर विश्वविद्यालय, मुंगेर