बिहार में बांग्लादेश व पाकिस्तान से आ रहे जाली नोट, मालदा बना ट्रांजिट रूट
बिहार में बांग्लादेश व पाकिस्तान से जाली नोटों की सप्लाई की जा रही है। पश्चिम बंगाल का मालदा इसका ट्रांजिट रूट बन गया है। क्या है पूरा मामला, जानने के लिए पढ़ें यह खबर।
भागलपुर [रजनीश]। पूर्व बिहार में इस बार तस्करों ने सीमा पार पाकिस्तान और बांग्लादेश से जाली नोट लाने के रूट में परिवर्तन किया है। तस्कर अब मालदा जंक्शन का ट्रांजिट रूट के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। हावड़ा-मालदा-भागलपुर रेलखंड के जरिये जाली नोट लाए जा रहे हैं। कुछ महीने पूर्व मालदा स्टेशन पर जाली नोटों के साथ पकड़े गए तस्कर ने इसका खुलासा किया है।
2016 में केंद्र सरकार ने नोटबंदी के जरिये जाली नोटों पर लगाम लगाने की कोशिश की थी। समय बीतने के साथ फिर से जाली नोट आने लगे हैं। धंधेबाजों ने 100 रुपये के जाली नोटों की भी तस्करी शुरू कर दी है।
सूत्रों की मानें तो बंगाल में इंडियन मुजाहिदीन के स्लीपर सेल के सहारे आइएसआइ के एजेंट जाली नोटों के धंधे को अंजाम दे रहे हैं। अब भारत-नेपाल की खुली सीमा के बदले बांग्लादेश के रास्ते मालदा तक जाली नोट पहुंचाए जा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल के मालदा जिले की लगभग 172 किमी लंबी सीमा बांग्लादेश से लगी हुई है। खुफिया विभाग ने अपनी रिपोर्ट में भी इस बात का जिक्र किया है कि जाली नोटों में आधे से ज्यादा मालदा के रास्ते ही भारत लाए जा रहे हैं।
आइएसआइ का सेफ जोन बना इलाका
खुफिया एजेंसी भी मानती रही है कि बांग्लादेश सीमा से सटे कालियाचक (मालदा) का इलाका आइएसआइ के लिए सेफ जोन है। सूत्रों की मानें तो इस्लामिक स्टेट का बांग्लादेश मॉडल माना जाने वाला आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन आइएसआइ को जाली नोटों के कारोबार में मदद कर रहा है।
बंगाल के रास्ते आ रहे जाली नोट
रेल थाना की पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की सीआइबी (अपराध आसूचना शाखा) जाली नोटों के कारोबारियों की तलाश में मालदा जाएगी। इसके लिए वहां की पुलिस से संपर्क भी साधा जा रहा है। सीआइबी के इंस्पेक्टर नीरज कुमार ने बताया कि मालदा स्टेशन पर जाली नोटों के साथ तस्कर को पकड़ा गया था। जाली नोट बंगाल के रास्ते बांगलादेश से आ रहे हैं। गुप्त तरीके से कार्रवाई चल रही है।
22 दिसंबर को पकड़ा गया था तस्कर
रेल पुलिस ने 22 दिसंबर को नाथनगर स्टेशन से 100 रुपये के 27 और 50 रुपये के 155 पुराने नोटों के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में तस्कर ने मालदा से नोट लाने की बात कही थी। पकड़ा गया तस्कर पश्चिम बंगाल से नकली नोट लाकर आसपास के इलाकों में सप्लाई करता था।
60 हजार में एक लाख के नकली नोट
तस्कर ने बताया कि वह इन नोटों को आसपास के जिलों और इलाकों में बदलता था। 60 हजार रुपये के असली नोट के बदले एक लाख रुपये के नकली नोट दिए जाते थे। वह पिछले दो साल से यह काम कर रहा था। पूर्व में भी उसे गिरफ्तार किया गया था। पुलिस उसका रिकॉर्ड खंगाल रही है।
भागलपुर रेल थानाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि जाली नोटों की तस्करी के मामले में पकड़े गए तस्कर ने मालदा से नोट लाने की बात स्वीकार की है। मामले में बंगाल पुलिस से संपर्क किया जा रहा है।