मुंगेर जिला के दरियापुर मुशहरी में हर घर नल जल योजना अधर में , शुद्ध पेयजल के लिए भटक रहे ग्रमीण
-दरियापुर मुशहरी में दम तोड़ रही है सात निश्चय योजना। दूषित पानी पीने को विवश है ग्रामीण। इस गांव में नही बना एक भी शौचालय। खुले में शौच करने और शुद्ध पेयजल के लिए ग्रामीण भटक रहे हैं। इस गांव की कुल आबादी 400 के करीब है।
मुंगेर, जेएनएन। धरहरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित माताडीह पंचायत के महादलित बस्ती वार्ड नंबर आठ के दरियापुर मुशहरी में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। इस गांव की कुल आबादी 400 के करीब है। शिक्षा का स्थिति भी दयनीय बनी हुई है। रोजगार के अभाव में यहां के बाङ्क्षशदे जंगलों से लकड़ी काटकर जीवनयापन कर रहे है। दरियापुर मुशहरी में अब तक हर घर नल जल पहुंचाने के लिए पानी का कनेक्शन किया गया है। नियमत: एक घर मे तीन कनेक्शन दिए जाने का प्रावधान है। लेकिन वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन सामिति के द्वारा सिर्फ एक कनेक्शन दिया गया है। उसमें भी टोटी नही लगाया गया। अब पानी का कनेक्शन ग्रामीणों को मुंह चिढ़ाने का काम कर रही है। पानी कनेक्शन दिए जाने के महीनों बाद भी ग्रामीणों को एक बूंद भी पेयजल नसीब नहीं हो पाया है। नल जल से पानी नहीं मिलने के कारण यहां के ग्रामीण कुंआ का गंदगीयुक्त पानी पीने को विवश है। हर गली पक्कीकरण कार्य अब तक शुरू नहीं किया गया है। हर घर नल जल कार्य पूर्ण नहीं किए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
पूरे गांव में नही है एक भी शौचालय
इस गांव में महादलित का लगभग 60 घर है। ऐसे सरकारी दस्तावेजों में इस गांव को भी ओडीएफ घोषित कर दिया गया है। लेकिन महादलितों का दुर्भाग्य कहें कि ओडीएफ घोषित होने के बावजूद भी एक भी घर में शौचालय नहीं है। शौचालय नहीं रहने के कारण आज भी यहां के ग्रामीण खुले में शौच करने को विवश है। एक भी परिवार को नए नियम के तहत एक भी परिवार को शौचालय निर्माण के लिए प्रथम $िकस्त का छह हजार रुपये प्रोत्साहन राशि नहीं दिया गया है। और न ही सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है।
कच्ची सड़क पर आवागमन करते है ग्रामीण
एक ओर सरकार के द्वारा विकास का ङ्क्षढढोरा पीटा जा रहा है, वहीं दरियापुर मुशहरी के बाङ्क्षशदे आजादी के वर्षों बाद भी विकास के लिए तड़प रो है। ग्रामीणों को गांव जाने के लिए अदद सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। आज भी यहां के ग्रामीण कच्ची सड़क के माध्यम से आवागमन करते है। मैया स्थान के निकट पुलिया का निर्माण नहीं होने से बरसात के दिनों में पानी में भींग आवागमन करते है। गांव की अधिकांश गालियां कच्ची है। सात निश्चय योजना के तहत एक भी गली का पक्कीकरण नहीं किया गया है।
आवास निर्माण के नाम पर हुआ लूट-खसोट
दरियापुर गांव के अधिकांश लोगों को इंदिरा आवास योजना का लाभ मिला है। इंदिरा आवास निर्माण में जमकर कमीशनखोरी की गई है। कई गरीब परिवार के लोग इंदिरा आवास योजना को ङ्क्षलटर तक कार्य पूर्ण किए जाने के बावजूद घुस नहीं दिए जाने के कारण द्वितीय $िकस्त की राशि आवास सहायक द्वारा नही दिया जा रहा है। जिसके कारण आज भी दर्जनों घरों का निर्माण अधर में लटका हुआ है।
क्या कहते है ग्रामीण
मंगल मांझी ने बताया कि सरकार, जिला प्रशासन से गुहार लगाते थक जाने के बाद भी अब तक पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गई है। सभी गलियां कच्ची है। जिसके कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
दासो मांझी ने बताया कि विकास देखने के नाम पर बिजली के अलावा इस गांव में कुछ नही है। सड़क नहीं है। पानी नही मिला है। कोई सुननेवाला नहीं है। हर घर नल जल का काम पूरा नहीं किया गया है।
रोहन मांझी ने बताया कि सरकार की योजना को लागू करना है तो पहले सड़क को पक्की बना दें। हर घर नली पक्कीकरण कार्य अब तक पूर्ण नहीं किया गया है, हर घर नल जल योजना का काम अधूरा पड़ा हुआ है।
शनिचर मांझी ने बताया कि वार्ड में नल जल के कार्य अब तक पूरा नहीं किया गया है। पेयजल के लिए ग्रामीणों को भटकना पड़ता है। पीसीसी कार्य भी नही किया गया है। जिससे आवागमन में परेशनी होती है। एक भी लोगो के घर में शौचालय नहीं है। जिसके कारण आज भी यहां के ग्रामीण खुले में शौच करने को विवश है।
बोले प्रखंड विकास पदाधिकारी
बीडीओ डॉ- प्रभात रंजन ने कहा कि सात निश्चय योजना के अधूरे पड़े हर घर नल जल के अधूरे कार्यो को पूर्ण कराया जाएगा। सामुदायिक शौचालय भवन का निर्माण कराया जाएगा। हर घर गली नाली योजना के कार्यो की जांच की जाएगी