जेल में बंदियों के लिए हर रोज लगती है पाठशाला, नवसाक्षर बनने के साथ ढोलक और तबला पर ठोक रहे ताल
मधेपुरा जेल में बंद बंदियों के दिन बदल रहे हैं। उनके कैद मन में अब नव साक्षर बनने एवं गीत संगीत सीखने एवं वाद़य यंत्र बजाने की ललक बढ़ रही हैा जेल प्रशासन ने बंदियों के लिए साक्षरता अभियान चला रखा हैा जिससे बंदी लाभान्वित हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मधेपुरा। वाकई में यहां कैद मन से सुविचार निकल रहा है। यह कारा उपाधीक्षक डा. दीपक कुमार के प्रयास से हो रहा है। डा. दीपक बंदियों को विकृत मन से दूर ले जा रहे हैं । उसने जेल के अंदर बंदियों के लिए पाठशाला खोल रखा है। जहां बंदियों को साक्षर किया जा रहा है । वहीं ढोलक, तबला, हारमोनियम की थाप पर मधुर संगीत सिखाया जा रहा है। इस अनोखे पहल की चर्चा चारों ओर हो रही है । बंदी अपने कला भी प्रदर्शित कर रहे हैं।
बंदियों द्वारा बनाए गए हरित भारत मानचित्र का किया गया लोकार्पण
बंदियों के द्वारा बनाएं गए हरित भारत मानचित्र का एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा ने और कारा उपाधीक्षक डॉ.दीपक ने लोकार्पण किया और बंदियों का हौसला अफजाई किया। कारा में अनुमंडल पदाधिकारी का स्वागत बंदियों द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर एवं स्वागत गान गाकर किया गया। मालूम हो कि मंडल कारा के बंदी संगीत विद्या के बूते जीवन संवारने की कोशिश में लगे हैं। बंदी गीत-संगीत का आयोजन कर मन को निर्मल बनाने में लगे हैं।
केंद्रीय कारा में सारक्षरता कार्यक्रम देख प्रसन्न हुए एसडीएम
जेल भ्रमण के दौरान कारा विद्यालय में संचालित साक्षरता कार्यक्रम एवं शैक्षणिक गतिविधियों की प्रगति देख एसडीएम ने प्रसन्ता जाहिर करते हुए सकारत्मक प्रयासों के लिए जेल प्रशासन की सराहना की। इस दौरान मौके पर नवसाक्षर बंदियों ने एसडीएम को अपना नाम पता लिखकर दिखाया और पुस्तक का पाठ पढ कर सुनाया। वही एक विलक्षण प्रतिभा के धनी बंदी ने नाक से बांसुरी वादन कर श्रोताओं का दिल जीत लिया। अनुमंडल पदाधिकारी एवं जेल अधीक्षक के द्वारा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान एनआईओएस में नामांकित बंदियों के बीच पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया गया। और शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला।
महिला बंदियों एवं बच्चों का जाना हालचाल
बाद में अनुमंडल पदाधिकारी ने महिला बंदियों एवं उनके साथ रह रहे बच्चों से भेंट की और उनका हालचाल लिया। इस दौरान एसडीएम ने बच्चों के बीच चॉकलेट का भी वितरण किया गया। वही जेल बंदियों द्वारा निर्मित और विकसित हरित भारत मानचित्र का लोकार्पण एसडीएम और जेल अधीक्षक डॉ. दीपक कुमार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। मौके पर प्रभारी उपाध्यक्ष सुभाष कुमार,परिधापक अनिल कुमार गुप्ता, अमोद कुमार,महिला कक्ष पाल वंदना कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।