इंजीनियर आशुतोष हत्याकांड : दारोगा रंजीत कुमार और चालक जहांगीर का लोकेशन मुंगेर में, छापेमारी
Engineer Ashutosh Murder Case बिहपुर थाने में पुलिस की पिटाई से हुई थी आशुतोष की मौत हो गई थी। हत्या के आरोपी दारोगा रंजीत कुमार और चालक जहांगीर का लोकेशन मुंगेर में मिला है। एसआइटी वहां छापेमारी कर रही है। पकड़ाए तीनों आरोपितों से एसडीपीओ पूछताछ कर रही है।
भागलपुर, जेएनएन। इंजीनियर आशुतोष पाठक हत्याकांड में फरार आरोपित दारोगा रंजीत कुमार और चालक जहांगीर की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस पदाधिकारियों की एक टीम मुंगेर में छापेमारी कर रही है। शनिवार की सुबह पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर नौआगढ़ी में छापेमारी की। रंजीत के निजी चालक जहांगीर की तलाश में पुलिस टीम वरदह गांव गई थी। फिलहाल पुलिस को गिरफ्तारी में सफलता नहीं मिल पाई है।
शुक्रवार को एक एएसआई और दो होमगार्ड की हुई थी गिरफ्तारी
बिहपुर थाने में पुलिस पिटाई में मार दिये गए मड़वा गांव निवासी इंजीनियर आशुतोष पाठक हत्याकांड में शुक्रवार को एसआइटी ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपितों में एएसआइ शिव बालक प्रसाद, होमगार्ड राजू पासवान और मनोज चौधरी शामिल हैं। गिरफ्तार सहायक अवर निरीक्षक शिव बालक प्रसाद पटना के पुनपुन थाना क्षेत्र के पोताही गांव का रहने वाला है। कदवा सहायक थाने में तैनात शिव बालक घटना के दिन 24 अक्टूबर को मड़वा महंत चौक पर प्रतिनियुक्त था। तीनों आरोपितों से घटना के संबंध में नवगछिया एसडीपीओ दिलीप कुमार पूछताछ कर रहे हैं। तीनों आरोपितों से अलग-अलग पूछताछ की बाकायदा वीडियोग्राफी कराई गई है।
24 अक्टूबर को बिहपुर थाने में हुई थी बेरहमी से पिटाई
इंजीनियर आशुतोष को बिहपुर थाना क्षेत्र के मड़वा महंथ स्थान चौक पर वाहन तलाशी में हुई नोकझोंक बाद पुलिसकर्मियों ने पीट दिया था। तब मौके पर मौजूद बिहपुर थानाध्यक्ष रहे रंजीत कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी उसे थाने ले गए। जहां बेरहमी से रंजीत, चालक जहांगीर समेत अन्य आरोपितों ने पीटा। रंजीत ने तब जख्मी हालत में बेदम पड़े आशुतोष के पानी मांगने पर जूते की ठोकर से भी पीटा था। उस दौरान उसके शरीर के निस्तेज होते ही पुलिसकर्मियों के चेहरे पीले पड़ गए थे। तब रंजीत ने पहले अपने चंद करीबी पुलिस पदाधिकारियों से मोबाइल पर बातचीत की थी। सलाह-मशविरा बाद आनन-फानन में निस्तेज पड़े आशुतोष को जवाहर लाल नेहरू अस्पताल लाया गया। जहां 25 अक्टूबर की अल सुबह उसने दम तोड़ दिया था। हत्या को लेकर चाचा प्रफुल्ल कुमार पाठक के लिखित आवेदन पर बिहपुर थाने में केस दर्ज कराया गया था। जिसमें बिहपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष रंजीत कुमार एवं उसके साथ रहने वाले निजी चालक जहांगीर और अन्य पुलिसकर्मियों को आरोपित बनाया गया था। हत्या के विरोध में बिहपुर में लगातार स्वफुर्त आंदोलन जारी है। लोग धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।