नहीं बन सका वकीलों के लिए बहुमंजिला भवन
नगर निगम की जमीन पर भागलपुर के छह हजार वकीलों को बैठने के लिए बहुमंजिला भवन तैयार करने का सपना अब तक पूरा नहीं हो सका है।
भागलपुर। नगर निगम की जमीन पर भागलपुर के छह हजार वकीलों को बैठने के लिए बहुमंजिला भवन तैयार करने का सपना अब तक पूरा नहीं हो सका है। भवन निर्माण के लिए जिलाधिकारी प्रणव कुमार विधि विभाग से पत्राचार भी कर चुके हैं। विधि विभाग से राशि का आवंटन होने के बाद ही भवन निर्माण विभाग निर्माण कार्य शुरू करेगा।
भवन निर्माण विभाग को ही बहुमंजिले भवन का नक्शा भी तैयार करना है, लेकिन इस दिशा में अब कोई खास प्रयास नहीं हुआ है। नगर निगम से जमीन से संबंधित अनापत्ति प्रमाणपत्र लेने की प्रक्रिया भी फाइलों में सिमट कर रह गई है, जबकि भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने कहा था कि 15 हजार और 18 हजार वर्ग फीट में भवन निर्माण कराया जाएगा। सौ एकड़ जमीन है निगम की
अधिकतर वकील जिस भू-भाग पर विधि-व्यवसाय का कामकाज कर रहे हैं, वह नगर निगम की जमीन है। कोर्ट परिसर में सौ एकड़ से अधिक जमीन नगर निगम की है। जहां पर पेड़ पौधे लगे हैं, उस स्थान को छोड़कर खाली स्थान पर वकीलों के बैठने के लिए भवन का निर्माण किया जाना था। वकीलों की संख्या पांच हजार, तीन हजार बैठते झोपड़ी में
भागलपुर में वकीलों की संख्या पांच हजार से अधिक है। जिला विधिक संघ के भवन में बैठने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इस कारण अधिकतर अधिवक्ता निगम वाले भू-भाग में झोपड़ी तैयार कर प्रैक्टिस करते हैं। इन्हें बारिश के दिनों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
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भवन बनने के बाद ही परेशानी होगी कम
जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव संजय कुमार मोदी कहते हैं कि जब तक वकीलों के लिए तमाम सुविधा वाला बहुमंजिला भवन तैयार नहीं होगा, वकील परेशान होते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि वकीलों को जल्द से जल्द बहुमंजिला भवन मिले। हालांकि जिला प्रशासन ने राशि आवंटित होते ही निर्माण कार्य आरंभ होने का आश्वासन दिया गया है।
भवन निर्माण विभाग को विधि विभाग से