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Eid ul Azha 2020 : बकरीद पर एक करोड़ का बिका बकरा, इस बार नहीं पहुंची दुंबा नस्ल का बकरा

Eid ul Azha 2020 बकरीद में कुर्बानी के लिए बकरे की मुस्लिम समुदाय के लोग खरीदारी कर रहे हैं। हालांकि इस बार बकरीद पर भी कोराना का संकट गहराया है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 31 Jul 2020 01:50 PM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2020 01:50 PM (IST)
Eid ul Azha 2020 : बकरीद पर एक करोड़ का बिका बकरा, इस बार नहीं पहुंची दुंबा नस्ल का बकरा
Eid ul Azha 2020 : बकरीद पर एक करोड़ का बिका बकरा, इस बार नहीं पहुंची दुंबा नस्ल का बकरा

भागलपुर, जेएनएन। Eid ul Azha 2020 : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर ईदगाह में ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज समूह में अदा नहीं की जाएगी, लेकिन घरों पर कुर्बानी की तैयारी में लोग जुट गए हैं। कुर्बानी के लिए जिले में जगह-जगह बकरे का बाजार सजा हुआ है। त्योहार के एक दिन पहले गुरुवार की शाम तक जिले में एक करोड़ रुपये तक बकरे का कारोबार हुआ।

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तातारपुर चौक पर 10 दिनों में देसी, बगरा व तोता परी नस्ल के बकरे की ब्रिकी हुई। तातारपुर मार्केट कमेटी के महासचिव शहजादा खान ने बताया कि अभी तक 10 लाख रुपये के बकरे की बिक्री हुई है। जिले के नाथनगर, चंपानगर, साहेबगंज व पुरैनी आदि जगहों पर बकरे का बाजार लगा हुआ है।

दूर-दराज से पहुंच रहे पशुपालक

तातारपुर बाजार में नवगछिया, पीरपैंती, जगदीशपुर, नाथनगर व सन्हौला से पशुपालक बकरे को बेचने आ रहे हैं। हालांकि इनका कहना है कि इस बार मुंह मांगी कीमत नहीं मिल पा रही है। तातारपुर के सैयद सलाहउद्दीन अहसन ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से पशुपालकों को बकरे की बिक्री में परेशानी हो रही है। शारीरिक दूरी का पालन नहीं होने पर प्रशासन सख्ती बरत रहा है। इसको लेकर प्रशासन से नियमों को पालन करते हुए थोड़ी रियायत देने की मांग की गई है।

दुम्मा नस्ल नहीं आया बाजार में

लॉकडाउन की वजह से इस बार राजस्थान व उत्तर प्रदेश से दुंबा नस्ल का बकरा भागलपुर के बाजार में नहीं पहुंच पाया है। पूर्व पार्षद मो. असगर ने बताया कि कुर्बानी में अरबी नस्ल के बकरे का काफी महत्व है। गत वर्ष बकरीद में ऊंट की बिक्री हुई थी। इस बार लॉकडाउन की वजह से तातारपुर में बकरे की खरीदारी थोड़ी कम हुई।

सुलतान और बादशाह का रहा आकर्षण

तातारपुर चौक पर बकरा बाजार में अलग-अलग किस्म का बकरा लाया गया है। बाजार में देसी नस्ल के तोता परी व बगरा नस्ल के बकरे की 10 हजार से 80 हजार रुपये की बोली लग रही है। 35 किलोग्राम का बकरा 53 हजार में बिका। सुलतान व बादशाह नामक बकरा लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना रहा। पप्पू की कीमत 25 हजार रुपये तक रखी गई है। राजा बकरा नस्ल का वजन 90 से 95 किलो के बीच था। इसकी बोली 80 हजार रुपये लगाई जा रही थी। लगी। जबकि आमिर का दाम 35 हजार रुपये रखा गया है।


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