Move to Jagran APP

चुनाव में उपयोगी साबित हो रही आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी

हमारे जीवन में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी (एआइटी) का महत्व बढ़ गया है। इसकी मदद से राजनीतिक पार्टियां वोटरों को अपने पक्ष में करने का काम कर रही हैं। इस टेक्नोलॉजी की मदद से पार्टियां वोटरों का मिजाज जान उसी अनुरूप चुनावी रणनीति बना रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 08:53 AM (IST)Updated: Sun, 27 Sep 2020 08:53 AM (IST)
चुनाव में उपयोगी साबित हो रही आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी

भागलपुर। हमारे जीवन में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी (एआइटी) का महत्व बढ़ गया है। इसकी मदद से राजनीतिक पार्टियां वोटरों को अपने पक्ष में करने का काम कर रही हैं। इस टेक्नोलॉजी की मदद से पार्टियां वोटरों का मिजाज जान उसी अनुरूप चुनावी रणनीति बना रही हैं। ये बातें भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिग (बीसीई) में शनिवार को आयोजित एआइटी विषय पर वेबिनार के दौरान विट्टी रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक कुंदन कुमार लाल ने कही।

loksabha election banner

निदेशक ने कहा कि इस तकनीक की मदद से ही शॉपिंग मॉल ग्राहकों के खरीदारी के पुराने रिकार्ड का विश्लेषण करती है। इसके बाद उनके पसंद की वस्तु उपलब्ध कराती है। उन्होंने बताया कि व्यापारी और ट्रेवल एजेंसी भी ग्राहकों के पुराने इतिहास को निकालकर लाभ कमा रही है। इस तकनीक को और भी बेहतर बनाने की कवायद हो रही है। यह तकनीक केवल कंप्यूटर के लिए ही नहीं, बल्कि इसका प्रयोग सभी विभागों में होता है।

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए बीसीई के प्राचार्य डॉ. निर्मल कुमार ने भी एआइटी के महत्वों पर चर्चा की। कार्यक्रम में कंप्यूटर विभाग के प्रो. एमके मंडल, गोविंद झा, मिंटू सिंह, राज अन्वित, निखिल कुमार, गौरव कुमार समेत अन्य उपस्थित थे। बीसीई के पीआरओ सौरभ सिंह ने बताया कि वेबिनार में सौ से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.