Earthquake in Bihar: भूकंप के झटके से हिला बिहार, कई सेकेंड तक डोली धरती, घर से भागे लोग
Earthquake in Bihar बिहार में 28 अप्रैल 2021 को सुबह-सुबह भूकंप आया। इससे धरती डोल उठी। कुछ सेकेंड से लोग दहशत में आ गए। लोग घर से भागे। भागलपुर में भी भूकंप का झटका महसूस किया गया। कोरोना काल में भूकंप से लोग डर गए हैं।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Earthquake in Bihar: पूर्वोत्तर भारत में आज सुबह भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। ये भूकंप असम, मेघालय, उत्तर बंगाल में आया है। बिहार के सुपौल, अररिया, कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया आदि जिलों में भी झटके महसूस किए गए। बिहार के पूर्व बिहार, सीमांचल और कोसी क्षेत्र में बुधवार की सुबह-सुबह झूकंप आया। चंद सेकेंड तक धरती डोल उठी। इससे लोग दहशत में आ गए। भागलपुर में सुबह करीब 7:55 में 10-12 सेकेंड तक भूकंप का झटका महसूस हुआ है। इस दौरान धरती कांप उठी। भागलपुर के नवगछिया इलाके में भूकंप के झटके को लोगों ने महसूस किया।
पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल में बुधवार सुबह 07:51 से 08:00 बजे के बीच भूकंप के हल्के झटके कुछ क्षणों के लिए महसूस किए गए। ये झटके इतने हल्के थे कि कई लोगों को इसका पता भी नहीं चल पाया। भूकंप का केंद्र असम के सोनितपुर में बताया जा रहा है। वहां रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई है।
पूर्व बिहार के बांका, लखीसराय और जमुई के काफी कम लोग ही इसे महसूस कर पाए। खगडिय़ा के ग्रामीण इलाकों में इसे स्पष्ट रूप से महसूस किया गया। कोसी किनारे बसे इतमादी गांव के दौलत और अमित कुमार ने बताया कि सुबह आठ बजे के करीब धरती डोलने लगी और वे लोग निकलकर घर से बाहर आ गए। प्रभारी जिला आपदा पदाधिकारी ने कहा कि अभी इस संबंध में वे कुछ नहीं बता सकते हैं।
कोसी इलाके के सुपौल, सहरसा और मधेपुरा में भी लोगों ने हल्के झटके महसूस किए। सीमांचल के किशनगंज में सुबह आठ बजे के करीब एक के बाद एक भूकंप के तीन-चार झटके महसूस किए गए। यहां लोग घरों के बाहर निकल आए। कटिहार और पूर्णिया में ही लोगों को कंपन का एहसास हुआ। कटिहार में भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई है।
खगड़िया में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह 8:00 बजे के आसपास लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। ग्रामीण इलाके में यह स्पष्ट रूप से महसूस किया गया। कोसी किनारे बसे इतमादी के दौलत और अमित कुमार ने बताया कि सुबह 8:00 बजे के आसपास धरती डोरनी लगी। हम लोग घर से निकल कर बाहर आ गए। इधर खगड़िया के प्रभारी जिला आपदा पदाधिकारी ने कहा कि अभी इस संबंध में कुछ नहीं बता सकते।
लखीसराय में भूकंप की चर्चा कुछ लोगों ने की है। कहीं से कुछ नुकसान नहीं है। अधिकांश लोगों को पता भी नहीं चला। बांका में कुछ लोगों के बीच भूकंप के झटके महसूस की चर्चा है। किसी तरह के नुकसान या जानमाल की क्षति की सूचना नहीं है। अररिया में सुबह भूकंप के झटके महसूस किये गए। हालांकि इस दौरान किसी तरह की कोई कि क्षति नहीं हुई है। मुंगेर और जमुई में भूकंप के झटके महसूस किए हैं।
10 दिन पहले भी आाया था भूकंप
लोगों ने बताया कि भूकंप के झटके 10 दिन पहले भी महसूस किए गए थे। लेकिन यह झटका इतने कम समय के लिए था कि बहुत ज्यादा प्रभाव इसका नहीं देखा गया और न ही इसकी कोई खास चर्चा हुई। लोगों ने कहा कि लगातार आ रहे भूकंप से लोग दहशत में हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण ने पहले ही लोगों ने दहशत में रखा हुआ है। इस बीच पूर्णिया से सूचना मिली है कि लोगों ने वहां भी भूकंप से झटके महसूस किए गए। हालांकि भूकंप सुबह-सुबह आया था और कोरोना के कारण ज्यादातर लोग घर में थे। इस कारण लोगों ने यह झटका महसूस नहीं हुआ। क्योंकि ज्यादातर लोग सोए हुए थे। इस बीच मौसम विभाग और भूकंप विज्ञानी के अनुसार बताया जा रहा है कि संभावना है कि कुछ दिन बार फिर भूकंप का झटका लोग महसूस करे। इसलिए लोग सतर्क रहें। हालांकि इससे जानमाल की कोई क्षति का अनुमान नहीं है।