Durga Puja 2020 : देवी दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, चंडीपाठ व दुर्गा सप्तशती पाठ
Durga Puja 2020 भागलपुर जिले में शहर से लेकर गांव-गांव में दुर्गा पूजा प्रारंभ हो गया है। आज हरेक जगह मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी की पूजा हुई। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा हुई थी। कोरोना काल में दुर्गा पूजा का भव्य रूप नहीं दिया गया है।
भागलपुर, जेएनएन। Durga Puja 2020 : कलश स्थापन के साथ शनिवार को शारदीय नवरात्र आरंभ हो गया। इसको लेकर शुक्रवार की रात से ही गंगा स्नान के लिए लोग बरारी घाट पर जुटने लगे थे। कोसी, झारखंड व बंगाल से बड़ी संख्या में लोग स्नान के लिए पहुंचे थे। दोपहर 12 बजे तक गंगा स्नान का सिलसिला चलता रहा। गंगा स्नान के बाद लोग गंगा जल लेकर घर पहुंचे कलश स्थापना के साथ प्रकृति की देवी मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गई। नवरात्र को लेकर मां के दरबार को लाल चुनरी और फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है। पूजा-अर्चना को लेकर अल सुबह से ही कई लोगो ने घरों में विधिवत पूजा-अर्चना की। रविवार को देवी दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जा रही है।
कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन के कारण इस बार मंदिरों में भीड़ नदारद रही। नवरात्र से लोगों की असीम आस्था जुड़ा रहने के कारण श्रद्धालु विभिन्न तरीके से मां की आराधना कर रहे हैं। लोग निराहार, फलाहार सहित अन्य तरह से मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना करेंगे। वहीं नवरात्र को लेकर कई घरों में अखंड ज्योति जलाने की परंपरा भी है। विभिन्न दुर्गा मंदिरों में पुरोहित द्वारा विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। नवरात्र को लेकर दुर्गा मंदिरों में विधिवत पूजा अर्चना की जा रही है। मंदिरों में वैदिक पद्धति से नवरात्र के पहले दिन देवी दुर्गा की आराधना की गई। नवरात्र को लेकर मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। इसके साथ ही संध्या आरती सहित अन्य अनुष्ठान में कोरोना को लेकर लागू नियम का पालन करते हुए मंदिर कमेटी कर रहे हैं। नवरात्र को लेकर लोगों का उत्साह चरम पर है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में शक्ति स्वरूपा मां जगदंबा की आराधना में भक्त डूबे हुए हैं। पूजा अर्चना को लेकर लोगों का उत्साह चरम पर है। दुर्गा बाड़ी, काली बाड़ी, सरकार बाड़ी में कलश स्थापन कर पूजा हो रही है। मारवाड़ी पाठशाला में इस बार पूजा नहीं हो रही है। जुबक संघ से जुड़े लोग मतदाता जारुकता अभियान चला रहे हैं। कचहरी चौक पर कलश स्थापन कर पूजा हो रही है। मुंदीचक गढ़ैया, नयाटोला भीखनपुर में भी पूजा-अर्चना हो रही है।
शेरमारी बाजार दुर्गा मंदिर में प्रसाद का वितरण
पीरपैंती प्रखंड के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कलश स्थापना के साथ ही दुर्गा सप्तशती का पाठ शनिवार से शुरू हो गया। शेरमारी बाजार दुर्गा मंदिर में श्रद्धालु भक्तों के बीच संध्या आरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया, जबकि रिफ्यूजी कॉलोनी पीरपैंती बाजार, बाखरपुर दियारा, ओलापुर, दुलदुलिया, झामर, महेशपुर, दौलतपुर, इसीपुर, बाराहाट स्थित योगीवीर पहाड़ी पर 18 भुजा वाली मां दुर्गा सहित अन्य जगहों के दुर्गा मंदिरों में भक्तों ने आरती पूजन में भाग लिया। उधर, शनिवार के अहले सुबह बड़ी तादाद में श्रद्धालु भक्तों ने कहलगांव एवं बटेश्वर स्थान जाकर गंगा स्नान किया गंगा जल एवं मिट्टी लाया एवं विधिवत घरों में भी कलश स्थापना कर दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरू कर दिया। दुर्गा सप्तशती के पाठ से माहौल पूरी तरह भक्ति में हो गया है।
कन्याओं के बीच प्रसाद बांटा गया
अकबरनगर सहित आसपास के दर्जनों गांवों के देवी भक्तों ने गंगा में स्नान कर मंदिरों में पूजा अर्चना की। मां की आराधना के लिए सुबह से ही मंदिरों व पूजन स्थलों पर भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। मां दुर्गा के जयकारों व भजनों से माहौल भक्तिमय हो गया। भक्तों ने पूजा-अर्चना के बाद मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। पूजन के बाद कन्याओं के बीच प्रसाद बांटा गया। घरों के साथ-साथ मंदिरों में भी कलश स्थापना की गई और विधि विधान के साथ भक्तों ने मां की आराधना की। इस दौरान मंदिर पहुंचे भक्तों ने न तो मास्क लगाया और न ही दो गज दूरी का पालन किया।
दुर्गा सप्तशती के पाठ से प्रखंड क्षेत्र हुआ भक्तिमय
शनिवार को शैलपुत्री की आराधना के साथ पूरे प्रखंड क्षेत्र में दुर्गा पूजा प्रारंभ हो गई है। शनिवार को प्रखंड के विभिन्न दुर्गा मंदिरों में दुर्गा सप्तशती के पाठ से पूरा प्रखंड क्षेत्र भक्तिमय हो गया है। प्रखंड के शाहकुंड बाजार, रतनगंज बाजार, सजौर बाजार, पचरुखी बाजार के अलावे ग्रामीण क्षेत्रों में मानिकपुर, कपसौना, डोहराडीह, नारायणपुर आदि गांव में दुर्गा पूजा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिमा बैठाने का निर्णय लिया गया है। पूजा समिति के द्वारा दुर्गा पूजा शांतिपूर्ण माहौल में एवं कोविड नियमों के पालन के तहत मनाने का निर्णय लिया गया है।
आज होगी द्वितीय स्वरूप ब्रह्मचारिणी की पूजा
कलश स्थापना के साथ मां देवी दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री के पूजन व कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो गया। बिहपुर के रेलवे इंजीनियरिंग दुर्गा मंदिर में बगैर श्रद्धालुओं के मौजूदगी के प्रधान पुजारी शंकर मिश्र व सहायक पुजारी हेमंत कुमार शर्मा ने विधिवत मातारानी के प्रथम शैलपुत्री स्वरूप के पूजन व कलश स्थापना पूजन संपन्न किया। पूजन के पश्चात पांच श्रद्धालु बारी बारी से आरती व पुष्पांजली में शामिल हुए। मंदिर के पास पूजा कमेटी द्वारा श्रद्धालुओं के सैनिटाइजर व मास्क की व्यवस्था की जाएगी। प्रतिमा विसर्जन के दौरान जुलूस नहीं निकलेगा। नवरात्र को लेकर बिहपुर, बभनगामा, लत्तीपुर, मिलकी, बिक्रमपुर, मड़वा व दयालपुर आदि गांवों स्थित मंदिरों में माता की पूजा होती है।