समरकंद का किला देखना है तो आएं बरारी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित मां दुर्गा मंदिर वैष्णवी दरबार में इस बार मध्य एशिया के उजबेकिस्तान स्थित समरकंद का किला जैसा पंडाल बनाया जा रहा है।
भागलपुर (जेएनएन)। हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित मां दुर्गा मंदिर वैष्णवी दरबार में इस बार मध्य एशिया के उजबेकिस्तान स्थित समरकंद का किला जैसा पंडाल बनाया जा रहा है। कम लागत पर बनने वाला यह पंडाल न सिर्फ श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनेगा बल्कि आततायी तैमूर लंग की कहनी पढ़े लोगों को उसकी किला से रूबरू कराएगा।
बंगाल के कलाकार कर रहे पंडाल का निर्माण
पूजा समिति के सदस्यों ने कहा कि यहां पंडाल निर्माण का कार्य पश्चिम बंगाल के मालदा से आए कलाकार कर रहे हैं। पंडाल की लागत करीब तीन लाख रुपये होगी। विगत वर्ष सीतामढ़ी के जानकी मंदिर का पंडाल बनाया गया था। 2014 में यहां बने इंडिया गेट पंडाल को रोटरी क्लब द्वारा प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया था।
चार वर्षो से हो रही है भजन संध्या
बीते चार वर्षो से वैष्णवी दरबार में पहली से दसवीं पूजा तक संध्या आरती के बाद स्थानीय कलाकारों की मदद से भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सहित आसपास के मोहल्लों के श्रद्धालु शिरकत करते हैं।
चार दिनों तक महाप्रसाद का होता है वितरण
सप्तमी से विजया दसवीं तक मां की मंदिर में देवी को विभिन्न प्रकार का भोग लगाया जाता है और श्रद्धालुओं के बीच वितरण किया जाता है। समिति के सदस्यों ने बताया कि सप्तमी को हलुवा, अष्टमी को खीर, नवमी को खिचड़ी एवं दसवीं को चूड़ा-दही का भोग लगाया जाता है।
बच्चों के लिए खेल प्रतियोगिता
पूजा के दौरान षष्ठी से दसवीं तक बच्चों के मनोरंजन के लिए विविध खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। शतरंज, कैरम, रंगोली, म्यूजिकल चेयर, क्विज, डांसिंग एवं सिंगिंग तथा स्केचिंग एवं पेंटिंग आदि प्रतियोगिताओं में कॉलोनी के बच्चे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। इससे उसमें प्रतिस्पद्र्धा की भावना जागृत होती है। इस प्रतियोगिता में बाजी मारने के लिए बच्चे पूजा के दौरान भी अपनी पढ़ाई जारी रखते हैं।
पूजा समिति में ये हैं शामिल : गजेंद्र सिंह, राजेश कुमार सिंह, रत्नेश कुमार सिंह, बमबम पांडेय, मनोज मंडल, सोनू कुमार, आशीष कुमार मंडल, चिंटू, राजीव, प्रशांत, मुन्ना सिंह, आशीष चौधरी, कुटूश सिंह एवं पंकज साह सहित अन्य।