दातों को दर्द दे रहा अनियमित खानपान
भागलपुर । दात हमारे चेहरे की सुंदरता में चार चाद लगाते हैं, लेकिन यह कहावत तभी तक काम क
भागलपुर । दात हमारे चेहरे की सुंदरता में चार चाद लगाते हैं, लेकिन यह कहावत तभी तक काम करती है, जब तक हम दातों को लेकर गंभीर रहते हैं। अक्सर हम ऐसा कर नहीं पाते, नतीजा दातों को तमाम बीमारिया जकड़ लेती हैं। चिकित्सकों का कहना है कि शहर का लगभग हर तीसरे व्यक्ति को पायरिया ने अपना शिकार बना रखा है। बच्चे भी तमाम तरह की बीमारियों से ग्रसित हैं। फास्ट फूड भी इसमें बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
प्रतिदिन आ रहे सैकड़ों पीड़ित :
जेएलएनएमसीएच सहित शहर के कई अन्य सरकारी अस्पतालों में रोज सैकड़ों की संख्या में दात के रोगी इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं। अकेले जेएलएनएमसीएच में ही रोज पाच दर्जन मरीज पहुंचते हैं जिसमें से बच्चों की संख्या भी अच्छी खासी होती है। जाच के बाद यह पाया गया कि शहर में रहने वाला हर तीसरा व्यक्ति दात संबंधी रोग से पीड़ित हैं। मसूड़ों से खून निकलना जहा आम बात है, वहीं दातों में कीड़ों की समस्या भी लोगों को परेशान किए हुए है।
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कोट..
लोगों की लापरवाही ही उन पर भारी पड़ती है। लोग जो मन करता है, खा लेते हैं जिसका दातों पर क्या असर पड़ेगा, लेकिन वे इसकी चिंता नहीं करते। दातों की सही तरीके से सफाई न होना भी इसका बड़ा कारण है।
-डॉ. बी प्रसाद, दंत चिकित्सक
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फास्ट फूड को करिए नजरअंदाज :
भागलपुर : बच्चों को होने वाली दात संबंधी बीमारियों के लिए खानपान बड़ा कारण माना जाता है। फास्ट फूड की आदत से बच्चे कई ऐसी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं जिस पर बड़ी मुश्किल से काबू पाया जाता है। पिज्जा, चिप्स, टॉफी, चाकलेट सहित कई अन्य खाद्य पदार्थ दातों को नुकसान पहुंचाते हैं। उक्त खाद्य पदार्थ चिपचिपे होते हैं और खाने के बाद दातों में चिपक जाते हैं। ये पहले दात और बाद में मसूड़ों में सड़न पैदा करते हैं। इसके बाद दात कमजोर पड़ने लगते हैं। ऐसे में दातों का दर्द भी बढ़ जाता है।
करें उपाय, रहें निरोग
-सुबह ब्रश करने के अलावा रात को सोने से पहले भी ब्रश करें।
-ब्रश को सही तरीके से करें, पता न हो तो डॉक्टर से सलाह लें।
-मसूड़ों की सही देखभाल जरूरी है। हो सके तो दिन में दो बार नमक व गुनगुने पानी से कुल्ला करें।
-हर चार महीने में दातों की जाच करानी चाहिए।
-फास्ट फूड और चिपचिपे खाद्य पदार्थो का कम से कम प्रयोग करें।