JLNMCH : ...जब कमीशन के लिए डॉक्टर ने 30 हजार रुपये की दवाएं खरीदवाई, फिर
अस्पताल में दवाएं उपलब्ध हैं लेकिन कमीशन के चक्कर में हजारों रुपये की दवाए खरीदवा रहे हैं। इस प्रकार की घटनाएं रोज सामने आ रही है। मरीज अक्सर विरोध करते हैं।
भागलपुर [जेएनएन]। जेएलएनएमसीएच में इंटर्न मरीजों की जेब काटने में लगे हुए हैं। अस्पताल में दवाएं उपलब्ध हैं लेकिन कमीशन के चक्कर में हजारों रुपये की दवाए खरीदवा रहे हैं। वरीय चिकित्सक डॉ. सीमा सिन्हा की ड्यूटी रहते हुए दो इंटर्न ने 20 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी। छुट्टी देने के पहले मरीजों के परिजनों से तकरीबन 30 हजार रुपये की दवा खरीदवाई। इसकी जानकारी मिलने पर नर्सों ने हंगामा किया और दवा वापस करवाई। अस्पताल अधीक्षक ने दोनों इंटर्न से स्पष्टीकरण पूछा है।
गायनी विभाग में इंटर्न राजेश कुमार गुप्ता और मिथिलेश कुमार की ड्यूटी नहीं थी। फिर भी उन्होंने प्रत्येक मरीज के परिजन से तकरीबन डेढ़ हजार रुपए की दवा खरीदवाई। सभी मरीजों की एक प्रकार की ही दवा लिखी गई थी। दवा मंगवाकर देखने के बाद इंटर्न ने मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी। यह करीब 10 बजे से 11 बजे के बीच होता रहा और उस वक्त डॉ. सीमा सिन्हा की ड्यूटी थी।
हालांकि उन्हें यह जानकारी नहीं हो पाई की इंटर्न ऐसा कर रहे हैं। मरीज के परिजनों ने इसकी जानकारी नर्सों को दी तो उन्होंने दवा वापस करवाई। उन्हें अस्पताल से दवा दी गई। दो माह पूर्व भी आउटडोर के मेडिसीन विभाग में इंटर्न द्वारा दवा लिखने के मामले की जानकारी डॉ. ओवेद अली से अस्पताल अधीक्षक को दी थी।